मथुरा के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी जी मंदिर की सैकड़ों साल पुरानी परंपरा सोमवार को टूट गई. कल बांके बिहारी जी को समय से भोग नहीं लग सका. बताया जा रहा है कि हलवाई के देर से आने वजह से ऐसा हुआ. भगवान के भोग में देरी को लेकर गोस्वामी समाज के लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है.
मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी जी मंदिर में अलग-अलग समय पर भोग लगने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. जिसमें सुबह बांके बिहारी जी को बाल भोग लगाया जाता है. लेकिन कल ऐसा नहीं हो पाया. बताया जा रहा है कि हलवाई के देर से आने की वजह से बिहारी जी के बाल भोग काफी देरी हो गई.
बांके बिहारी मंदिर में टूटी सालों पुरानी परंपरा
हलवाई के देर से आने की वजह से बांके बिहारी जी को समय से भोग नहीं पाया. इस बात का पता जब गोस्वामी समाज को पता चला तो उनमें इसे लेकर खासी नाराजगी देखने को मिली और उन्होंने अपना गुस्सा भी ज़ाहिर किया. बड़ी बात ये है कि बांके बिहारी जी को सिर्फ बाल भोग ही देर से नहीं लगा बल्कि राजभोग भी समय से नहीं लग पाया.
भोग लगाने में देरी की वजह आई सामने
इस बारे में बिहारी जी मंदिर पर बनी हाई पावर कमेटी के सदस्य दिनेश गोस्वामी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बांके बिहारी जी को आज भोग समय से नहीं लगा है इसका मुख्य कारण यह है कि जो हवाई भोग बनाने के लिए लगाए गए हैं उनके आदमी समय पर नहीं पहुंचे. जिसकी वजह से उन्हें भोग तैयार करने में देरी हो गई और बाल भोग समय से तैयार नहीं हो सका.
दिनेश गोस्वामी ने बताया कि सुबह का बाल भोग कई घंटे बाद ठाकुर जी तक पहुंचा, तब कहीं जाकर उन्हें भोग लग पाया. बाल भोग के बाद दोपहर में लगने वाला राजभोग भी काफी देरी से बिहारी जी को प्राप्त हो पाया. सेवायत हिमांशु गोस्वामी ने बताया कि कमेटी के पास संसाधनों की कमी है, जिससे मंदिर की व्यवस्थाओं की देख रेख हो सके.