उत्तर प्रदेश के मथुरा में श्री बांके बिहारी मंदिर में VIP दर्शन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मथुरा कोर्ट ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए डीएम, एसएसपी, और मंदिर प्रबंधन से 29 सितंबर तक जवाब मांगा है. यह कार्रवाई अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित संजय हरियाणा और एडवोकेट दीपक शर्मा द्वारा दाखिल याचिका के बाद की गई है.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि मंदिर में VIP कल्चर के कारण ठाकुर जी के मान-सम्मान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और मंदिर की गरिमा का अपमान हो रहा है. जिससे स्थानीय दर्शनार्थियों में आक्रोश बढ़ रहा है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि विगत दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें श्री बांके बिहारी जी के सामने जगमोहन में कुछ लोग कुर्सियां लगाकर बैठे नजर आए. वीडियो में उनके साथ सरकारी गनर भी असलाह लटकाए हुए मोबाइल से वीडियो बनाते दिखाई दिए. इस वीडियो ने व्यापक नाराजगी पैदा की, क्योंकि आम श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में दर्शन करने पड़ते हैं, जबकि कुछ VIP को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं.
पंडित संजय हरियाणा और एडवोकेट दीपक शर्मा ने सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की कि मंदिर में VIP दर्शन की प्रथा को खत्म किया जाए, क्योंकि यह मंदिर की पवित्रता और श्रद्धालुओं के अधिकारों का उल्लंघन है. कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और डीएम, एसएसपी, और मंदिर प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
29 सितम्बर को पेश होने के आदेश
कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि 29 सितंबर को सुनवाई के दौरान डीएम, एसएसपी, और मंदिर प्रबंधन को VIP कल्चर को लेकर अपनी सफाई पेश करनी होगी. कोर्ट ने कहा कि मंदिर में सभी श्रद्धालुओं को समान दर्शन का अधिकार होना चाहिए और किसी भी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.