आजमगढ़. यूपी के अन्य हिस्सों की तरह आजमगढ़ में भी छठ पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. छठ पूजा बहुत का काफी महत्व माना जाता है. इस पर्व को बिहार के साथ-साथ पूरे देश के कई हिस्सों में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. आजमगढ़ जिले में कदम घाट, गौरी शंकर घाट, दलाल घाट में भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. घाटों की साफ-सफाई को लेकर आज प्रशासन ने जायजा लिया.


हालांकि, स्थानीय लोग प्रशासन की तैयारियों से संतुष्ट नजर नहीं आए. लोगों का कहना है कि नगर पालिका की तरफ से साफ-सफाई की सुविधा संतोषजनक नहीं है. बिजली की व्यवस्था 2 सालों से नहीं है. हम लोग अपने-अपने घरों से कनेक्शन देकर लाइट लगाते हैं.


कोरोना को लेकर खास तैयारी
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए घाटों व पंडालों में खास तैयारी की जा रही है. पंडालों में मास्क व सेनीटाइजर की व्यवस्था की गई है. नदी के पास बेदी भी बनाई गई है, जहां पर सभी श्रद्धालु बैठ कर पूजा कर सके.


शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है छठ
माना जाता है कि कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है. इस व्रत को महिलाओं के साथ पुरुष भी समान रूप से करते हैं. यह व्रत अत्यंत ही कठिन होता है क्योंकि इस व्रत में पूरे 36 घंटे तक बिना कुछ खाए-पिये रहा जाता है. छठ पर्व को भगवान सूर्य, प्रकृति, जलवायु को समर्पित किया जाता है.


ये भी पढ़ें:



यूपी: लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी कार्यक्रम में बोले सीएम योगी, 'हर संस्थान को ODOP से जोड़ना होगा'


उत्तराखंड: शीतकाल के लिए बंद हुए बदरीनाथ धाम के कपाट, इस साल लाखों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन