Sonbhadra News: आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी ऐसे कई गांव है जहां बिजली नहीं पहुंच सकी है. गांव तो छोड़िये, कई ऐसे स्कूल भी हैं जहां आजादी के बाद से अभी तक विद्युतीकरण नहीं हो सका है. ऐसे में कई स्कूलों में डिजिटल क्लास शुरू करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं. सोनभद्र जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया है.

दरअसल, जिले में परिषदीय स्कूलों में डिजिटल क्लास स्कूल खुलने के साथ ही शुरू हो गई हैं. हालांकि, कुछ स्कूलों में ये संभव नहीं हो सका है. कारण कि जिले के सैकड़ों ऐसे स्कूल हैं जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. बिजली ना होने से स्मार्ट क्लास चालू नहीं की जा सकी है. बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) की माने तो जिले के लगभग 560 स्कूलों में बिजली का कनेक्शन करवाने का आदेश दे दिए गए हैं

बीएसए हरिवंश कुमार ने बताया कि जिले में कुल विद्यालयों की संख्या 2061 हैं. जिसमें अभी तक 560 स्कूलों में बिजली नहीं पहुंच पाई है. बिजली के लिए कवायद शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि सोनभद्र जिले की भौगिलिक स्थिति पहाड़ी है. ऐसे में जहां बिजली पहुचना संभव नहीं है. वहां सोलर एनर्जी पहुंचाई जाएगी. जिससे न सिर्फ बच्चों को स्मार्ट क्लास मिलेंगी बल्कि गर्मी से भी निजात मिलेगी.

वहीं, बिजली विभाग के अधिशाशी अभियंता ने बताया की सभी सरकारी विभागों पर बिजली का बिल बकाया है केवल पुलिस विभाग को छोड़कर सभी का बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा बेसिक शिक्षा अधिकारी का 8 करोड़ का बकाया है. उसके बाद प्राथमिक स्कूलों का बकाया है. इन स्कूलों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है. 2018 के शासनादेश मे स्कूलों का बिल ग्राम पंचायतों को देना है. ग्राम प्रधान व डीपीआरओ से बात करने पर भी पैसा नही जमा हो रहा है इसलिए बिजली काटी गई है.

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