बरेली, एबीपी गंगा। जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, एक शख्स जन्म के कुछ ही मिनट बाद मर चुकी अपनी बच्ची के शव को दफनाने गया था। बच्ची को दफनाते वक्त एक दूसरे गड्ढे में उसे नवजात मिल गई। बच्ची के मौत के गम में खोए दंपति इस घटना के बाद थोड़े खुश जरूर हैं। दंपति ने इस बच्ची को गोद लेने की भी पेशकश की है।
जिस शख्स को ये बच्ची मिली है उसका नाम हितेश कुमार सिरोही है। हितेश पेशे से कारोबारी है। हितेश ने ही गड्ढे से बच्ची को बाहर निकाला और रूई की मदद से दूध पिलाया। बच्ची को फिलहाल एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बतादें कि हितेश की पत्नी वैशाली बरेली में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। प्रसव पीड़ा होने के कारण वैशाली को बीते हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में ही वैशाली ने सात महीने की प्री-मेच्योर बच्ची को जन्म दिया। हालांकि जन्म के कुछ ही मिनटों बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया। सिरोही अपनी मृत बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खोद रहा था कि तभी तीन फीट की गहराई पर कुदाल एक मिट्टी के बर्तन से टकराई। उन्होंने बर्तन को बाहर निकाला तो देखा उसमें एक जिदा बच्ची पड़ी थी।
घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्ची जिंदा थी और तेज-तेज सांसें ले रही थी, उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया और वहां भर्ती कराया गया। अभी उसकी हालत स्थिर है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि बच्ची को जिंदा दफनाने वाले उसके अभिभावकों का अभी पता नहीं चल पाया है, उनकी तलाश की जा रही है।
वहीं, बरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) विनीत शुक्ला ने बताया कि स्थानीय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक राजेश मिश्रा ने बच्ची के इलाज की जिम्मेदारी ली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र पांडेय ने कहा कि नवजात शिशु को किसने जिंदा दफन किया था, इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।