लखनऊ: जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा गरीबों की मदद के लिए अधिकारियों को तमाम तरह के निर्देश दिए जाते हैं. गांव-गांव जन सुनवाई के लिए अधिकारियों द्वारा तमाम तरह के योजनाए चलाईं जाती हैं, लेकिन फिर भी गरीब परेशान होकर अपने गांव से चलकर लखनऊ विधानसभा के सामने आकर परेशान होकर आत्मदाह कर लेता है. ताजा मामला राजधानी लखनऊ के विधानसभा का है, जहां पर एक 35 वर्षीय युवक ने आत्मदाह की कोशिश की है. युवक का नाम उमाशंकर पुत्र रामशरण गांव गोदारा पीएस इंदरगढ़ जिला कन्नौज का बताया जा रहा.


युवक ने लेखपाल व प्रधान पर लगाये आरोप


युवक का कहना है कि लेखपाल पुष्पकांत मिश्रा और प्रधान राज नारायण गुप्ता ने उसकी जमीन शिव कुमार को कब्जा करा दी है. युवक ने शिकायत कई उच्च अधिकारियों से की, लेकिन किसी प्रकार की सुनवाई नहीं की गई, और उसकी जमीन पर शिव कुमार को लेखपाल व प्रधान घर बनाने में पूरी मदद कर रहे हैं. जिससे परेशान होकर आज उमाशंकर चारबाग से बस में सवार होकर विधानसभा गेट नंबर 2 पर उतर कर अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगा ली.


30 फीसद जला युवक


मौके पर खड़ी पुलिस ने आग बुझाकर युवक को सिविल अस्पताल ले गई, जहां पर डॉक्टर ने बताया कि युवक 30 फीसद तक जल गया है. फिलहाल युवक का इलाज चल रहा है.


जिलाधिकारी को भेजी गई शिकायत


मौके पर पहुंचे ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि पीड़ित युवक उमाशंकर द्वारा लेखपाल व प्रधान पर लगाए गए आरोप की जांच कन्नौज जिला अधिकारी को भेजी जा रही है. अतः इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.


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