महोबा जिले में खाद की समस्या और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हुए फर्जीवाड़े को लेकर शनिवार को समाजवादी पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया. सांसद अजेंद्र सिंह लोधी के नेतृत्व में सैकड़ों सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और कृषि विभाग कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कार्यकर्ता कार्यालय के भीतर भी घुस गए और सरकार विरोधी नारे लगाए.

Continues below advertisement

सांसद अजेंद्र लोधी के नेतृत्व में सपाइयों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया है. सपा नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार में किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ रही हैं. वितरण केंद्रों पर अव्यवस्था का आलम यह है कि हजारों किसान लाइन में लगते हैं, लेकिन केंद्र पर महज 500 बोरी खाद उपलब्ध रहती है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सपा सरकार में कभी ऐसी समस्या सामने नहीं आई थी. 

"पीएम फसल बीमा स्कीम में 132 करोड़ का घोटाला"

सांसद अजेंद्र लोधी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जिले में लगभग 132 करोड़ का घोटाला हुआ है. जिन किसानों की जमीन है, उन्हें बीमा का लाभ नहीं मिला बल्कि कृषि विभाग के अधिकारियों, बीमा कंपनी और सरकार से जुड़े कुछ लोगों ने किसानों का हक हड़प लिया है.

Continues below advertisement

सपा ने एडीएम को सौंपा चार सूत्रीय ज्ञापन

सपा ने चार सूत्रीय ज्ञापन एडीएम को सौंपते हुए किसानों को खाद, बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था कराने, फसल बीमा घोटाले में शामिल दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई करने, अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिलाने और किसानों का उत्पीड़न बंद करने की मांग की. पूर्व मंत्री बादशाह सिंह ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा ही असली किसान हितैषी पार्टी है, जबकि मौजूदा सरकार किसानों के साथ छल कर रही है.

एडीएम ने खाद की कमी से किया इनकार

इधर, एडीएम कुमार पंकज ने सपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महोबा में खाद की कोई कमी नहीं है. अब तक 1100 मेट्रिक टन से अधिक खाद वितरित की जा चुकी है. बस वितरण व्यवस्था बनाने में समय लगता है, जिससे किसानों को दिक्कत महसूस होती है. वहीं, फसल बीमा मामले में कुछ लोगों द्वारा गलत तरीके से लाभ उठाने की शिकायत मिली है जिस पर कई लोगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए और कार्रवाई जारी है.