उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में में दीपावली पर्व के अवसर पर जैतपुर के ऐतिहासिक छमाही माता मंदिर प्रांगण में आयोजित दो दिवसीय मोनिया मेला इस वर्ष भी भक्ति और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ. मेले के दूसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा पूतना वध का भव्य मंचन मुख्य आकर्षण रहा. इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से श्रीकृष्ण द्वारा छोड़े गए तीर के पूतना पुतले पर लगते ही वह धू-धू कर जल उठा. यह दृश्य देखकर पूरा मैदान “जय श्रीकृष्ण” के नारों से गूंज उठा और श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए.

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आपको बता दें कि दूरदराज़ क्षेत्रों से आईं मोनिया पार्टियों ने पारंपरिक खेल, दिवारी नृत्य और लोक कलाओं का शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया. उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर कई पार्टियों को छमाही माता मोनिया मेला कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया.

दो दशक से लग रहा मेला

मेला कमेटी के अध्यक्ष डॉ. सतीश राजपूत ने बताया कि पिछले दो दशक से अधिक समय से यह मेला समिति के सहयोग से निरंतर भव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है. पहले यह मेला एक दिन का होता था, लेकिन बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसे अब दो दिनों तक आयोजित किया जाता है.

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मेले की दुकानों में रही भीड़

बेलासागर की तलहटी में स्थित छमाही माता मंदिर की प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ी से दिखाई देने वाला विहंगम दृश्य मेले की शोभा को और बढ़ा गया. सुबह से ही मिठाई, लाही, खिलौने और झूले की दुकानों पर जबरदस्त भीड़ रही. श्रद्धालुओं ने दिनभर भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर धार्मिक वातावरण को और अधिक पवित्र बना दिया.

बिना सरकारी मदद के होता है आयोजन

समिति के लोग बताते हैं कि शासन से कोई आर्थिक सहायता न मिलने के बावजूद समिति के सभी सदस्य अपनी मेहनत और समर्पण से इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं. इस वर्ष मेले की 25वीं वर्षगांठ मनाई गई, जिसमें क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए थे, जिससे पूरा आयोजन शांति और सौहार्द के माहौल में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.