Haridwar Lord Shiva Barat: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर धर्म नगरी हरिद्वार का अलग ही नजारा देखने को मिला जब भगवान शिव की बारात नगर में निकाली गई. इसमें भूत-पिचाश, नंदी सबने भांग के नशे में खूब हुड़दंग किया. पुराणों में वर्णन है कि हरिद्वार की उपनगरी कनखल दक्षेश्वर महादेव भगवान शिव की ससुराल है. इसी कारण हर साल महाशिवरात्रि पर हरिद्वार नगर में शिव की बारात निकाली जाती है, आज इस बारात को देखकर हर कोई मंत्रमुक्त हो गया.
 
भगवान शिव कि बारात को देखने के लिए पूरा शहर तो उमड़ा ही है, इसके साथ ही आसपास के शहरों के लोग भी ये नजारा देखने के लिए आए हुए थे. बारात में हर देवी देवता भी मौजद रहे. शिव बारात के आयोजक कन्हैया खेवड़िया का कहना है कि महाशिवरात्रि के मौके पर हर वर्ष भगवान शिव की बारात निकाली जाती है. जिसे देखकर यात्री और स्थानीय निवासी में उत्साह का माहौल देखने को मिलता है. हरिद्वार शिव और गंगा नगर है, ऐसा संगम पूरे भारत में कहीं देखने को नहीं मिलता जहां पर शिव की ससुराल भी है. भगवान शिव की बारात का भूत पिशाच गंधर्व और सभी भक्त आनंद लेते हैं.


हजारों की संख्या में श्रद्धालु बनते हैं बाराती 


मान्यता है कि हरिद्वार में शिव कि ससुराल है शिवरात्रि पर भगवान शिव का शक्ति से मिलन हुआ था. उसी प्रथा को यहां के लोग आज भी मानते हैं. गऊ घाट हरिद्वार से शाम के समय शुरू होने वाली भगवान शिव की बारात पूरे शहर में घूमती हुई देर रात हर की पौड़ी स्थित भगवान शंकर के मंदिर पर समाप्त होती है. इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाराती बनते हैं और शहर में जगह-जगह बारात का जमकर स्वागत होता है.


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