महराजगंज के कोठीभार थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा बिसोखोर में धर्मांतरण के मामले को लेकर कोठीभार थाने पर पहुंचे ग्रामीणों व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ थानेदार की बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जिसमें कोठीभार थाने के थानेदार धर्मेंद्र सिंह ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिसकर्मियों द्वारा मोबाइल छीनने के आरोप को लेकर कार्यकर्ताओं पर जमकर भड़ास निकाली.
इस वायरल वीडियो के अनुसार एसएचओ ने कार्यकर्ताओं को यहां तक कह दिया कि नौकरी की ऐसी की तैसी, इस्तीफा देकर चला जाऊंगा. हालांकि मामले की गंभीरता को लेकर धर्मांतरण में पुलिस ने दो आरोपितों को शांति भंग में चालान किया है.
कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बिसोखोर में मंगलवार को धार्मिक विवाद सामने आया था. श्रीमद् भागवत कथा के लिए चंदा एकत्र करने गए ग्रामीणों के साथ हरिजन बस्ती के कुछ लोगों ने दुर्व्यवहार किया. धर्मांतरण किए कुछ लोगों ने चंदा देने से मना कर दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणियां भी कीं. चंदा मांगने आए लोगों को मारपीट की धमकी भी दी गई.
ग्राम प्रधान विनोद कुमार ने बताया कि कुछ लोग क्षेत्र में लालच देकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. विरोध करने पर वे हिंसक रवैया अपनाते हैं, ग्राम प्रधान और सैकड़ों ग्रामीणों ने कोठीभार थाने में शिकायत दर्ज कराई. दोपहर तक तो मामला शांत रहा, लेकिन दोपहर बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के पहुंचने के बाद एसएचओ ने अपना आपा खो दिया.
धर्मपरिवर्तन के मुकदमे को लेकर दबाव, केस दर्ज
थाना कोठीभार में मंगलवार को उस समय हंगामा मच गया, जब 7-8 युवकों ने थाना परिसर में चल रही एक महत्वपूर्ण मीटिंग को बाधित कर दिया. यह मीटिंग आगामी त्योहारों के संबंध में आयोजकों और संभ्रांत व्यक्तियों के साथ चल रही थी. इस घटना में युवकों ने धर्मपरिवर्तन का मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया और थाना परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे जनसुनवाई में आए लोग अपनी समस्याएं बताए बिना चले गए.
घटना की जानकारी थाना कोठीभार के दिवसाधिकारी 30 नंबर श्रीकृष्ण पाल ने दी. उनके अनुसार, 26 अगस्त 2025 को दोपहर करीब 3:50 बजे थाना सभागार में प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में मीटिंग चल रही थी. इसी दौरान विवेक श्रीवास्तव, चंदन दुबे और राहुल के नेतृत्व में 7-8 युवक सभागार में घुस आए. इन युवकों ने मीटिंग को रोककर वहां मौजूद लोगों को कुर्सियों से हटाने की कोशिश की और नारेबाजी शुरू कर दी. जब पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई. इस घटना से थाने के सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न हुई और जनसुनवाई प्रभावित हुई.
तीन आरोपियों समेत अज्ञात पर केस दर्ज
श्रीकृष्ण पाल ने बताया कि उसी दिन थाना क्षेत्र के ग्राम बीसोखोर में चंदा मांगने को लेकर हुए विवाद की सूचना पर कार्रवाई की गई थी. इस मामले में कुंदन पुत्र रामसेवक और रामसमुझ पुत्र बलिराज को गिरफ्तार किया गया था. प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मामले तीन आरोपियों समेत अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है.