UP News: महराजगंज जिले (Maharajganj) में ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) का पालन कराने में जुटे एआरटीओ आर.सी.भारतीय एक टेम्पो ड्राइवर की दर्द भरी कहानी सुनकर भावुक हो गए और उन्होंने खुद उसका चालान भर दिया. साथ ही भविष्य में हर संभव मदद का आश्वासन दिया. 

मां का मंगलसूत्र बेचने की सुनाई कहानी

महाराजगंज के एआरटीओ दफ्तर में बुधवार को दोपहर 2 बजे सिंहपुर ताल्ही गांव का एक टेम्पो ड्राइवर विजय कुमार दाखिल हुआ. एआरटीओ भारतीय ने उससे पूछा कि उसे क्या समस्या है. इस पर विजय कुमार ने अपना दुखड़ा सुनाना शुरू किया. उसने बताया कि 8 जून को उसका 24,500 रुपये का चालान हो गया है., विजय ने बताया कि मां का मंगलसूत्र बेचकर 13,000 रुपये जुटाए हैं और इस शेष रकम माफ कराने की उम्मीद से यहां आया है. यह कहते हुए वह रोने लगा.

टेम्पो ड्राइवर के दुखड़े से भावुक हुए ARTO

इस दौरान विजय ने अपने घर की आर्थिक स्थिति के बारे में बताया. विजय ने बताया कि उसके पिता की एक आंख ही ठीक है. उसकी छह बहनें हैं जिसमें एक ही शादी हुई है. विजय खुद हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया और टेम्पो चलाकर गुजर-बसर करता है. विजय का दुखड़ा सुनने के बाद एआरटीओ ने उसे पानी पिलाया और उसके चालान की रकम खुद भर दी. एआरटीओ ने उसे कुछ नकद राशि भी दी और भविष्य में मदद का आश्वसान दिया.  

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 एआरटीओ की दरियादिली देखकर कार्यालय में मौजूद सभी कर्मी एवं अन्य लोगों ने सराहना की. समस्या सुनने के बाद एआरटीओ ने उसके टेम्पो का इंश्योरेंस भी करा दिया. वहीं विजय ने कहा कि मेरी समस्या दूर हो गई. चालान जमा हो जाने के बाद राहत मिली है.

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