Maha Kumbh Stampede: भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले हुई भगदड़ की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है और कहा प्रशासन सिर्फ भाजपा नेताओं का वीआईपी स्नान कराने में ही व्यस्त रहा और जनता को मरने के लिए छोड़ दिया गया. नेहा राठौर ने कहा कि भाजपा ने इस महाकुंभ से सिर्फ पाप कमाया है. भगदड़ में मरने वालों का खून इस सरकार के मत्थे मढ़ा जाना चाहिए.
नेहा राठौर ने कहा कि "आम जनता भगदड़ में मर रही है प्रशासन भाजपा नेताओं को वीआईपी स्नान कराने में मस्त हैं ये है कुंभ मेले की सच्चाई, भोली भाली जनता को महाकुंभ में बुलाकर मरने के लिए छोड़ देने वाली इनकी सरकार महान हैं और इनकी बदइंतजामी पर सवाल उठाने वाले लोग सनातन विरोधी और गिद्ध हैं. भाजपा की आईटी सेल कुंभ मेले पर सवाल पूछने वालों को गिद्ध कह रहा है. और उसके मुताबिक़ भोली भाली जनता को कुंभ बुलाकर मरने के लिए छोड़ने वाली उनकी सरकार और भाजपा के नेता संत हैं.
नेहा राठौर ने साधा बीजेपी पर निशानाभोजपुरी गायिका ने सवाल किया कि कुंभ जैसे आस्था के पर्व को राजनीतिक आयोजन बनाने वालों से सवाल क्यों नहीं पूछा जाना चाहिए? जनता के मरने पर सवाल क्यों नहीं पूछा जाना चाहिए? उन्होंने कहा कि मैं डंके की चोट पर कहूंगी कि भाजपा सरकार ने कुंभ मेले से सिर्फ़ पाप कमाया है और मेले की भगदड़ में मरने वालों का खून इस सरकार के मत्थे मढ़ा जाना चाहिए.
विपक्ष ने की सीएम योगी से इस्तीफे की मांगनेहा सिंह राठौर ही नहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस समेत तमाम विरोधी दल इस घटना को लेकर योगी सरकार के इतंजामों को लेकर सवाल उठा रहे हैं. जहां कांग्रेस ने भी इस घटना के लिए बार-बार हो रहे वीवीआईपी मूवमेंट को जिम्मेदारी बताया तो वहीं समाजवादी पार्टी ने भी सवाल उठाए हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर सीएम योगी से इस्तीफे की माँग की और मेले की सुरक्षा का सेना को देने की मांग की. सपा अध्यक्ष ने कहा कि उप्र शासन-प्रशासन के स्थान पर महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए. ‘विश्वस्तरीय व्यवस्था’ करने के प्रचार करते हुए दावों की सच्चाई अब जब सबके सामने आ गयी है, तो जो लोग इसका दावा और मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे में हत हुए लोगों की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए.
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