Kashi Vishwanath Temple: महाकुंभ का पलट प्रवाह वाराणसी के लिए जब से शुरू हुआ है, तब से भगवान विश्वनाथ के दरबार में दर्शन करने के लिए 24 घंटे की अवधि भी कम पड़ जा रही है. नियमित तौर पर काशी विश्वनाथ मंदिर से आने वाले आंकड़े हर किसी को चौंका रहे हैं. महाशिवारात्रि के मौके पर इस बार श्रद्धालु की भीड़ बढ़ सकती है.
22 फरवरी से लेकर 24 फरवरी के बीच काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 18.5 लाख से अधिक देखी जा रही है. देश के अलग-अलग शहरों से पहुंचने वाले श्रद्धालु लंबी कतार में घंटो लगकर भगवान विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंच रहें हैं.
3 दिन में 18.5 लाख श्रद्धालु पहुंचे वाराणसीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विष्णु भूषण मिश्रा की तरफ से एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार महाकुंभ के पलट प्रवाह के बाद से ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं का काशी विश्वनाथ मंदिर आना जारी है. इसी क्रम में 22, 23 और 24 फरवरी को कुल 18.5 लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं.
मंदिर प्रशासन का प्रयास है कि हर श्रद्धालुओं को बाबा का दर्शन प्राप्त हो. देर रात तक बाबा का कपाट भक्तों के लिए खुला रहता है. ऐसे में अब महाशिवरात्रि को लेकर भी काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से अपनी सभी तैयारियां को पूरा कर लिया गया है.
25 से 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक महाशिवरात्रि वाराणसी का सबसे बड़ा पर्व है. खासतौर पर काशी विश्वनाथ मंदिर से जुड़ी हुई परंपराएं इस पर्व को और भी विशेष बनाती हैं. महाकुंभ के पलट प्रवाह की वजह से इस बार काशी विश्वनाथ मंदिर में अधिक भीड़ पहुंचने की संभावना जताई गई है.
मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं के दर्शन और बुनियादी सुविधाओं से जुड़े हुए सभी व्यवस्थाओं को तय कर लिया गया है. साथ ही 25 से 27 फरवरी तक बढ़ते भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक लगाई गई है. महाशिवरात्रि पर कतार की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ बाबा के कपाट को 32 घंटे से अधिक अवधि तक खोले जाने का भी निर्णय लिया गया है, जिससे सभी भक्तों को दर्शन प्राप्त हो सके.
यह भी पढ़ें- महाशिवरात्रि से पहले उमड़ा सैलाब, ट्रैफिक संभालने के लिए प्रयागराज भेजे गए 6 IPS अधिकारी, प्रशासन अलर्ट