Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में कलह मच गई है. ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की पदवी देने के बाद से ही विवाद चल रहा था. अब लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को निष्कासित कर दिया गया है. इस बीच अखाड़ा परिषद ने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का समर्थन किया है.
अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा है कि, लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी को हटाने वाले वह कौन होते है. पूरा अखाडा परिषद् लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी के साथ है. हम लोग लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी के साथ है. जो लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी को हटाया है उसको कोई नहीं जानता है. ममता कुलकुर्णी जी को अच्छा लगा वह बनी है. हम लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी और किन्नर समाज को जानते है. बसंत पचमी का स्नान जूना अखाडे के साथ होगा.
'लक्ष्मी नारायण को हटाने वाले को कोई नहीं जानता'रवींद्र पुरी ने कहा कि जूना अखाड़े ने किन्नर अखाड़े को अपने साथ स्नान कराने का आश्वासन दिया था. वह होगा. जिसने लक्ष्मी नारायण को पद से हटाया है उसको कोई नहीं जानता. मैंने तो नाम पहली बार सुना है. गौरतलब है कि, बॉलीबुड फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था. महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद ममता कुलकर्णी का नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरी रखा गया था.
फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था. पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और फिर योग गुरु बाबा रामदेव ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध किया था. चौतरफा विरोध के बाद अब ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से बर्खास्त कर दिया गया है. ये कार्रवाई किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने की है.