Maha Kumbh 2025 News: स्वामी कैलाशानंद गिरि की शिष्या हर्षा रिछारिया महाकुंभ में काफी चर्चा में हैं. हर्षा रिछारिया ने महाकुंभ के अमृत स्नान में हिस्सा लिया, इस दौरान वह शाही रथ पर भी बैठी हुई थीं. धर्म और आध्यत्म से पहले से जुड़ी हुई हैं, लेकिन जब से महाकुंभ में आई हैं सुर्खियों में बनी हुई हैं. इस बारे में जब उनसे सवाल किया गया तो हर्षा रिछारिया ने कहा, इसके लिए मैं मीडिया का शुक्रगुजार हूं, महाकुंभ के बाद मेरे चेहरे को लगातार दिखाया जा रहा है. 

उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी शुक्रिया अदा किया. हर्षा रिछारिया ने कहा कि इन्हीं की वजह से महाकुंभ का आयोजन इतने भव्य तरीके से किया जा रहा है. यहां देश विदेश से श्रद्धालु आए हैं, जिसका मैं भी हिस्सा बन पाई हूं. जिसने मुझे कुंभ में एक अलग पहचान दिया.

जब हर्षा रिछारिया से पूछा गया कि आपने दीक्षा ले ली थी और नागा साधुओं की तरह आपने भी जटाएं रखी हुई हैं. लेकिन कल जब आपका परिचय साध्वी के तौर पर कराया तो आपने ऐतराज जताया था? इसके अलावा आपने ऐतराज जताया था कि सन्यास लेने के बाद गृहस्थ जीवन नहीं जी सकते, शादी नहीं कर सकते? ऐसे में क्या आपने कुछ तय किया है या अभी भी दुविधा है.

इस पर हर्षा रिछारिया ने कहा कि मैं अभी तक कहीं नहीं कहा है कि मैं साध्वी हूं. इस चीज को मीडिया में दिखाया जा रहा है जो गलत है, इसकी वजह यह है कि साध्वी बनने के लिए जो तपस्या, दीक्षा और संस्कार होते हैं वो मैंने कुछ भी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि इतना मैंने सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा या मुझे करना है. मैं सिर्फ अपने धर्म और संस्कृति के लिए काम करना चाहती हूं. समाज में और युवाओं में एक जागरुकता लाना चाहती हूं और ऐसे में इसी में कांटिन्यू करना चाहती हूं.

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