Lucknow News: कोविड-19 (Covid-19) के मद्देनजर शासन ने जो निर्देश जारी किए हैं, उनका पालन किया जाना शुरू हो गया है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अस्पतालों में मॉक ड्रिल (Mock Drill) करने के साथ ही वेंटिलेटर (Vantilator) और अन्य उपकरणों की जांच भी हो रही है. शुक्रवार को लखनऊ (Lucknow) के लोक बंधु अस्पताल (Lok Bandhu Hospital) में मॉक ड्रिल किया गया. इसके साथ ही अस्पताल में जो वेंटिलेटर आईसीयू के अन्य उपकरण है, उनकी भी जांच कराई गई है.
मॉक ड्रिल के दौरान एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर आईसीयू के अंदर लाया गया और वेंटिलेटर सपोर्ट (Vantilator Support) दिया गया. इस दौरान यह देखा गया कि गंभीर स्थिति में अगर कोई मरीज आता है तो उसे कितनी जल्दी वेंटिलेटर का सपोर्ट मिल सकता है.
मॉक ड्रिल में ये किया गया शामिल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजय शंकर त्रिपाठी (Dr. Ajay Shankar Tripathi) ने बताया कि हॉस्पिटल में कई बार मॉक ड्रिल करा रहे हैं, जिससे स्टाफ भी ट्यूनअप हो जाए. हमारे पास 50 वेंटिलेटर हैं. मॉक ड्रिल में हम रिस्पांस टाइम देखते हैं. चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि आईसीयू में अगर मरीज गंभीर हालत में आता है, उसे तुरंत वेंटिलेटर सपोर्ट मिलना चाहिए. वह हम कितनी जल्दी दे पाते हैं, यही हम मॉक ड्रिल में देखते हैं.
डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि उनके यहां जो कंपनी मेंटेनेंस देखती है उसे कहा था कि सभी उपकरणों की जांच करें. क्योंकि काफी समय से इनका इस्तेमाल नहीं हुआ है. सब चेक करने के बाद उन्होंने कहा कि सब ठीक है. वेंटीलेटर और मॉनिटर सब ठीक है. सभी वेंटीलेटर सही हैं.
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