राजधानी लखनऊ में ठाकुरगंज क्षेत्र में शनिवार (12 जुलाई) की सुबह हुई बारिश में चालीस वर्षीय सुरेश काम पर निकला पानी जमा होने के कारण उसे खुला नाला नहीं दिखा और देखते ही देखते नाले में समा गया. युवक का फिलहाल कोई पता नहीं है. नगर निगम की लापरवाही पर वहां के लोगों ने सवाल खड़े कर दिए हैं. ऐसे बड़े-बड़े नालों को खुला छोड़ने की वजह से लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है.
बारिश के बाद नाले में समाए युवक की तलाश लगातार जारी है. घण्टे बीत रहे हैं और सबकी धड़कने बढ़ती जा रही है. पूरे क्षेत्र के नाले में एसडीआरएफ की टीम ने खोज की है लेकिन शव बरामद न होने के साथ एक ओर चिंता बढ़ रही है वहीं दूसरी ओर सभी को ये डर सता रहा है कि अगर फिर बारिश होगी और जलजमाव हुआ तो क्या होगा?
जनता ने खड़े किया सवालनगर निगम की ओर से बारिश के पहले नालों की सफाई की गई थी और नाले का स्लैब खुला छोड़ दिया गया था. स्थानीय जनता की माने तो इसे लेकर शिकायत के बावजूद न तो पार्षद ने प्रयास किया और न ही अधिकारी जागे जिससे दुर्घटना हो गई. सुरेश मजदूरी का काम करते थे और अपने काम पर निकले भी थे लेकिन नाले में समा गए पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है और वो नम आंखों से बेसुध होकर उस समाचार की प्रतीक्षा कर रही है जो इनके पति की सलामती लेकर आये.
नाले का स्लैब खुला छोड़ा गया और घटना सामने आई.लखनऊ शहर में ऐसे कई नाले हैं जहां स्लैब अव्यवस्थित है अब अगर घटना हुई है तो सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि दोषी कौन क्योंकि नियमानुसार कार्य पूरा करने के साथ ही वहां से हटने की बात होती है लेकिन यहां जनता की शिकायत के बावजूद जिम्मेदार सोते रहे. अब देखना ये भी होगा कि इस पूरी घटना पर कोई कार्रवाई सामने आती है?