लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी सियासी दल बूथ लेवल तक अपने संगठन को मजबूत बनाने में जुटे हैं. फिर चाहे वो सत्ताधारी बीजेपी हो या फिर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी. उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा क्षेत्रों में तकरीबन एक लाख 65 हजार से ज्यादा बूथ हैं और सभी सियासी दलों का अपना बूथ लेवल तक का अलग स्ट्रक्चर है. तो चलिए हम आपको समाजवादी पार्टी के ऑर्गेनाइजेशनल स्ट्रक्चर के बारे में बताते हैं.

- पार्टी का राष्ट्रीय संगठन- इसमे राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 51 सदस्य हैं.- राज्य स्तरीय संगठन- इसमें राज्य कार्यकारिणी होती है. अध्यक्ष सहित 101 सदस्य होते हैं.- जिला स्तरीय संगठन- जिला कार्यकारिणी- नगरीय संगठन- महानगर/नगर कार्यकारिणी- विधानसभा क्षेत्र स्तरीय संगठन- विधानसभा क्षेत्र संगठन- ब्लॉक स्तरीय संगठन- ब्लॉक समितियां- प्रारम्भिक समितियां- बूथ स्तरीय संगठन- हर स्तर के संगठन पर सम्मेलन होना भी पार्टी के संविधान में शामिल हैं. 

5 साल की होती है सदस्यता सदस्यों की 5 साल की सदस्यता होती है, जो पहली जुलाई से शुरू होकर पांचवे वर्ष के 30 जून को समाप्त होती है. समाजवादी पार्टी के कुल 17 प्रकोष्ठ हैं. इनमें समाजवादी युवजन सभा, लोहिया वाहिनी, समाजवादी छात्र सभा, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड, समाजवादी व्यापार सभा, समाजवादी महिला सभा, समाजवादी अल्पसंख्यक सभा, समाजवादी अधिवक्ता सभा, समाजवादी प्रबुद्ध सभा, समाजवादी मजदूर सभा, समाजवादी शिक्षक सभा, समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ,  समाजवादी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ, समाजवादी जनजाति प्रकोष्ठ, समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ, समाजवादी चिकित्सक प्रकोष्ठ और समाजवादी सैनिक प्रकोष्ठ हैं. इनमें राज्य स्तर पर अध्यक्ष के अतिरिक्त दो उपाध्यक्ष, एक महासचिव, एक कोषाध्यक्ष और 12 सचिव होते हैं. कुल पदाधिकारियों की संख्या 51 होती है. वहीं, जिले और उसके नीचे के स्तर पर अध्यक्ष सहित कुल 31 सदस्य प्रकोष्ठ में होते हैं. 

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