प्राथमिक स्कूल मर्जर के फैसले के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पीडीए पाठशालाएं चलाने का आह्वान किया था. जिसके बाद बड़ी संख्या में अलग-अलग जनपद में पीडीए पाठशालाएं शुरू हुई थीं. उसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में चल रही पीडीए पाठशाला पर अब FIR दर्ज हो गई है.
राजधानी लखनऊ के बीकेटी क्षेत्र के उमरभारी गांव स्थित एक बंद प्राथमिक विद्यालय में पीडीए पाठशाला चल रही थी जिसे उसके प्रधानाध्यापक ने अवैध तरीके से निजी विद्यालय चलाने का आरोप लगाया है.
विद्यालय के प्रधानाध्यापक आशुतोष मिश्रा ने सैरपुर थाने में तहरीर दी थी जिसके बाद FIR हुई है. प्रधानाध्यापक के अनुसार, शासन के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालय उमरभारी को कम नामांकन के कारण एक महीने पहले पास के बढ़ौली विद्यालय में मर्ज कर दिया गया था. जिसके बाद 1 जुलाई 2025 से विद्यालय का संचालन बढ़ौली में हो रहा है, जबकि उमरभारी का विद्यालय परिसर बंद है. इसमें परिसर की एक चाभी प्रधानाध्यापक और दूसरी सफाई के लिए नियुक्त रसोइया मालती के पास है, जो विद्यालय से सटे पंचायत भवन में रहती हैं.
तहरीर के अनुसार, कुछ अज्ञात और अनधिकृत व्यक्तियों ने विद्यालय का ताला तोड़कर परिसर में एक अवैध विद्यालय का संचालन शुरू कर दिया. जिसमें पूजा शुक्ला को बच्चों को पढ़ाते हुए देखा जा सकता है. प्रधानाध्यापक आशुतोष मिश्रा का कहना है कि न तो शिक्षा विभाग और न ही जिला प्रशासन से किसी प्रकार की अनुमति ली गई है.
इस पूरी घटना की सूचना उन्होंने 1 अगस्त को विभागीय अधिकारियों को दी, जिन्होंने तत्काल स्कूल परिसर को फिर से सील करने और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए.
पीडीए पाठशाला का आंदोलन अनवरत चलता रहेगा- पूजा शुक्ला
इस मामले में PDA पाठशाला चला रही सपा नेता पूजा शुक्ला और अन्य मुकदमा दर्ज हुआ है. इस मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 324 (4 ) और 329 (4) के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इस एफआईआर पर पूजा शुक्ला ने कहा कि पीडीए पाठशाला का आंदोलन अनवरत चलता रहेगा, प्रदेश सरकार द्वारा मुकदमे लगाकर निरंतर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता को डराने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन जब तक शिक्षकों की नियुक्ति और स्कूल पुनः नहीं शुरू हो जाते तब तक PDA पाठशाला जारी रहेगी.