DGP DS Chauhan Retirement: यूपी के डीजीपी डीएस चौहान (D S Chauhan) 31 मार्च को रिटायर हो रहे हैं. प्रदेश में जहां नए डीजीपी की खोज हो रही है वहीं रिटायरमेंट के बाद डीएस चौहान कहां जाएंगे, क्या करेंगे? इसको लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. सत्ता के गलियारों में आईपीएस डीएस चौहान को सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का करीबी अफसर माना जाता है.


ऐसे में चर्चा ये भी है कि डीएस चौहान को राज्य सुरक्षा सलाहकार (State Security Advisor) बनाया जा सकता है. हालांकि राज्य में इस तरह का कोई पद नहीं है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) की तर्ज पर राज्य सुरक्षा सलाहकार का पद सृजित किए जाने की संभावनाओं पर विचार जरूर चल रहा है.


आईपीएस डीएस चौहान वर्तमान में उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी हैं. 31 मार्च को उनका रिटायरमेंट है. केंद्र सरकार अगर डीएस चौहान को एक्सटेंशन नहीं देती है तो उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की तर्ज पर राज्य सुरक्षा सलाहकार बनाने की चर्चा है. डीएस चौहान 11 महीने से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी हैं. इससे पहले वह डीजी इंटेलिजेंस थे. कार्यवाहक डीजीपी बनने के बाद भी इंटेलिजेंस विभाग उनके पास ही है. उनकी गिनती सीएम योगी के नजदीकी अफसरों में होती है. यही वजह है डीएस चौहान के कौशल का इस्तेमाल करने के लिए राज्य सुरक्षा सलाहकार का पद सृजित करने की चर्चा चल रही है.


कैसा होगा राज्य सुरक्षा सलाहकार का प्रारूप?
केंद्र सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की तर्ज पर ही राज्य सुरक्षा सलाहकार का भी प्रारूप बनाया जाएगा. राज्य सुरक्षा सलाहकार प्रदेश के अंदरूनी और बाहरी खतरों के साथ ही सभी तरह की खुफिया सूचनाएं सीएम को देंगे. राज्य की सीमाओं की चुनौतियों, आतंकी संगठनों की गतिविधियों, माफिया तंत्र और कानून व्यवस्था से जुड़े मुद्दों के साथ ही अन्य राज्यों की जांच एजेंसियों से तालमेल बैठाने का काम करेंगे. प्रदेश के संवेदनशील स्थानों और व्यक्तियों की सुरक्षा पर भी नजर रखेंगे.


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