लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। कोरोना से जंग में लखनऊ प्रशासन ने बड़ी पहल की है। लखनऊ के कोरोना हॉटस्पॉट्स की अब ऑनलाइन निगरानी भी होगी। इसके लिए लखनऊ स्मार्ट सिटी मिशन के मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट के अंतर्गत एपिडेमिक रेस्पॉन्स सेंटर स्थापित किया गया है। इस सेंटर से न सिर्फ हॉटस्पॉट्स की निगरानी होगी, बल्कि कोरोना संदिग्धों की ट्रैकिंग भी की जाएगी। एपिडेमिक रेस्पॉन्स सेंटर की स्थापना इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में की गई है।



सैनेटाइजेशन से लेकर भोजन पहुंचने तक की मॉनिटरिंग:

लखनऊ के कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने बताया कि कंट्रोल रूम में एक बड़ी स्क्रीन पर सभी हॉटस्पॉट्स को सैटेलाइट मैप पर देखा जा सकता है। यहां से हॉटस्पॉट के एक-एक घर तक देखा जा सकता है कि वहां सैनेटाइजेशन हुआ है या नहीं, खाना समय से पहुंचा है या नहीं। वहीं, नगर निगम की जो गाड़ियां खाना ले जा रही हैं या सैनेटाइजेशन के लिए जा रही हैं, उनमें व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगा है। जिससे उनकी भी मॉनिटरिंग हो रही है।



ट्रैकिंग हो गई तो थम जाएगा कोरोना वायरस का फैलना:


कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने बताया कि इस पूरे सिस्टम की मदद से कोरोना पॉजिटिव के कांटेक्ट या सस्पेक्टेड की ट्रैकिंग कर सकते हैं। अगर इनकी ट्रैकिंग हो जाएगी, तो कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। यहां से क्वारंटाइन सेंटर, अस्पताल, कम्युनिटी किचन सब की निगरानी की जा रही है।



मोबाइल एप से खुद करें स्वास्थ्य परीक्षण, जरुरत का सामान मंगाएं:


इसके साथ ही, लखनऊ वन नाम का एक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है। इस मोबाइल एप से कोई भी कोरोना का सेल्फ असेस्मेंट कर सकता है। कुछ आसान सवाल देकर जान सकते हैं कि कोरोना के लक्षण हैं या नहीं। अगर डॉक्टर की सहायता की ज़रूरत है, तो भी आसानी से मिलेगी। इतना ही नहीं, इस एप से ही जिला प्रशासन तक अपनी बात और ज़रूरत भी बता सकते हैं। जैसे खाना मिला या नहीं। राशन चाहिए या खाना। अगर कोई आसपास कोरोना संदिग्ध है तो उसकी जानकारी भी शेयर कर सकते हैं। यानी ये सिटीजन मोबाइल एप काफी काम का है।



स्मार्ट फोन नहीं तो इस नंबर पर करें कॉल:


अगर आप के पास स्मार्ट फोन नहीं है, तो भी चिंता की बात नहीं। लखनऊ के लिए हेल्पलाइन नंबर 9650682159 भी जारी किया गया है। जिसपर आप भोजन के लिए, राशन के लिए कॉल कर सकते। कोई मदद चाहिए बता सकते हैं। कमिश्नर मुकेश मेश्राम, डीएम अभिषेक प्रकाश, नगर आयुक्त डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने इस कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर सिस्टम को बेहतर करने के सुझाव भी दिए हैं।