Lucknow Building Collapse: लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम को तीन मंजिला इमारत ढह गई जिसके मलबे में दबकर आठ व्यक्तियों की मौत हो गई. इस हादसे में 28 अन्य घायल हुए हैं. कांप्लेक्स में दवा और इंजन ऑयल कंपनियों समेत चार गोदाम थे, जिसमें 30 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे. वहीं रात में भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा.
हालांकि इस हादसे में कई घायलों लोगों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है. रात के वक्त भी पुलिस के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी रही. हालांकि क्या यह बिल्डिंग अचानक गिर गई? इस सवाल पर प्रशासन के ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. लेकिन आस-पास के लोगों की मानें तो जलभराव से बिल्डिंग की नींव कमजोर हो गई थी.
इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की गई थी लेकिन इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. ट्रांसपोर्टनगर व्यापार मंडल और वेयर हाउस के प्रवक्ता राजनारायण सिंह ने बताया कि जलभराव अगर नहीं हुआ होता तो यह घटना नहीं होती. दूसरी ओर डीएम ने कहा कि जांच के बाद ही पूरी स्पष्ट वजह साफ हो पाएगी. जबकि एलडीए के ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बिल्डिंग का नक्सा 31 अगस्त 2010 को पास किया गया था.
पूरी रात खुला एलडीएजबकि इस घटना के बाद पूरी रात एलडीए कार्यालय खुला रहा और जांच रिपोर्ट तैयार की गई. एलडीए के सचिव के साथ एक टीम घटना स्थल पर जांच करने भी पहुंची थी जिससे पता चल सके की कहीं निर्माण के दौरान अनियमितता और मानकों की अनदेखी तो नहीं हुई है. सूत्रों की मानें तो इस घटना की जांच रिपोर्ट सीनियर अफसरों को दे दी गई है.
वहीं इस घटना में 8 लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में जसमीत साहनी, पंकज तिवारी, धीरज गुप्ता, राजकिशोर, अरुण सोनकर, जगरूप सिंह, रुद्र यादव और राकेश शामिल हैं. अब इस घटना के बाद एलडीए ट्रांसपोर्ट नगर में बने अन्य मकानों की जांच भी कर रहा है. इसकी जांच एलडीए के साथ नगर निगम के संयुक्त निरीक्षण में होगी.
हालांकि इस घटना के बाद पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा और अब किसी के दबे होने की संभावना कम है. मंडलायुक्त ज़िलाधिकारी नगर आयुक्त और विधायक मौके पर रातभर मौजूद रहे.