Arvind Kejriwal Meets Akhilesh Yadav: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) औ र दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बीच राजधानी लखनऊ (Lucknow) में महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) समेत सपा और आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता भी मौजूद रहे. जहां केजरीवाल ने केंद्र सरकार के दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार एलजी को देने से जुड़े अध्यादेश के खिलाफ सपा का समर्थन मांगा.


अरविंद केजरीवाल से बैठक के बाद अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर राज्यसभा में आप का समर्थन करने का ऐलान किया है. इस मौके पर दिल्ली के सीएम ने कहा कि अभी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर दोनो दलों में कोई बात नही हुई, लेकिन इतना तय है कि देश को बचाने के लिए सब साथ हैं और जो करना होगा करेंगे. इस मुलाकात के बाद यूपी की सियासत का तापमान भी बढ़ गया है. 


बैठक में क्या बोले अरविंद केजरीवाल


बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब पहले हमारी फरवरी में सरकार बनी तो 3 महीने के बाद केंद्र ने हमारी शक्तियां छीन ली. हमने काम किया फिर भारी बहुमत से जीते, 8 साल की लड़ाई के बाद 11 मई को सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने फैसला दिया कि शक्तियां चुनी सरकार पास होनी चाहिए. 11 मई को कोर्ट का आर्डर आया और 19 मई को मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर कोर्ट का आर्डर कैंसिल कर दिया. इससे पता चलता कि भाजपा के दिल मे कितना काला है. इस मामले पर आज अखिलेश यादव से चर्चा हुई है. उन्होंने इस मुद्दे पर हमें राज्यसभा में समर्थन का एलान किया है. 


भगवंत मान ने बोला केंद्र सरकार हमला


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ दिल्ली के लोगों की नही बल्कि 140 करोड़ लोगों के अधिकार बचाने की है. एक तरफ भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र और दूसरी तरफ लोकतंत्र पर अध्यादेश की कुल्हाड़ी चलाई जाती है. अगर इनकी सरकार किसी राज्य में नहीं बनती तो उपचुनाव में बना लेते है. 30-40 विधायक खरीद लो ये ही इनका काम है. अगर राज्यपाल नई सरकार को तंग न करे तो ये उसे फोन करके कहते हैं. इन्होंने पूरे देश पर कुल्हाड़ी चलाई है. पंजाब में 117 में 92 विधायक हमारे हैं. हमने बजट सेशन के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी तो नहीं दी, कोर्ट से इजाजत लानी पड़ी. 


केजरीवाल से मुलाकात के बाद अखिलेश का फैसला


बैठक के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दिल्ली का अध्यादेश जो आया वो एन्टी डेमोक्रेटिक है. सपा का साथ अरविंद केजरीवाल साथ है. हमारे सदस्य राज्यसभा में उनका साथ देंगे. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी जो अच्छा काम कर रही वो भाजपा को रास नही आ रहा है. आप के अच्छे काम और सोच से वो घबरा रहे हैं, इसलिए आर्डिनेंस लाए हैं.  हमारे सदस्य आप के साथ हैं. 


अखिलेश यादव ने लखनऊ कोर्ट में गोलीकांड पर तंज कसते कहा कि अगर सपा कुछ कह देगी तो कहेंगे कि सपा ने मरवा दिया. उत्तर प्रदेश का अगर लॉ एंड आर्डर देखे तो पीछे मुड़कर देखना चाहिए. आखिरकार लगातार कार्यवाहक डीजीपी क्यों, क्या दिल्ली और लखनऊ में इंजन टकरा रहे हैं. सबसे असुरक्षित महिला और बेटियां यूपी में हैं. भाजपा की टिफिन बैठकों पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि क्या ये टिफिन लेकर निकले तो लॉ एंड आर्डर की घटनाएं नहीं दिख रहीं. सवाल ये कि हत्या कहां हो रही है जो सबसे सुरक्षित जगह मानी जाती है. 


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