UP News: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के पीडीए (PDA) वाले बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने हमला बोला है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पीडीए का मतलब, पी से परिवारवाद, डी से दंगा और ए से अपराधियों का संघ इसलिए उनका PDA वह नहीं जो अखिलेश यादव बता रहे हैं. पिछड़े वर्ग ने उनको नकार दिया है. दलित उनको देख नहीं सकता क्योंकि सत्ता में रहते हुए उन्होंने काफी दमन किया है.


बता दें कि बलिया में एक कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि "मैंने NDA के मुकाबले कहा PDA जिसमें पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, मुसलमान भाई. इनके साथ सबसे ज्यादा भेदभाव हो रहा है. मैंने सबको शामिल किया है, बीजेपी 2014 से जीत रही है इसिलए इनका 2024 में जाना तय है. इनके पास मंहगाई का जवाब नहीं है."


'80 हराओ-भाजपा हटाओ'


अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी 2014 में सत्ता में जैसे आई थी, 2024 में उसकी वैसे ही विदाई होगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने यूपी की सभी 80 लोकसभा सीट पर बीजेपी को हराने का नारा देते हुए कहा, ''हमारा नारा है 80 हराओ-भाजपा हटाओ, इसलिए 2024 में पीडीए- पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों की एकता राजग-बीजेपी गठबंधन पर भारी पड़ेगी.''


विपक्षी एकता पर क्या बोले अखिलेश यादव? 


सपा अध्यक्ष ने कहा कि कि 2024 के लोकसभा चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी, गरीब का सम्मान, उसे न्याय और सुविधाएं दिलाना बड़ा मुद्दा होगा. गरीब, किसान, नौजवान बीजेपी के खिलाफ वोट करेंगे. विपक्षी दलों की एकता के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा, ''विपक्षी एकता का फॉर्मूला यही हो सकता है कि जो दल जिस प्रदेश में मजबूत हो उसको आगे करके ही बाकी दल चुनाव लड़ें. चुनाव और एकता के लिए बड़े दिल की जरूरत होती है जो दल बीजेपी को हराना चाहते हैं वे सपा का साथ देने में बड़ा दिल दिखाएं. सपा का लक्ष्य बीजेपी को प्रदेश की सभी 80 सीट पर हराना है. जनता बदलाव चाहती है.


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