Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अपने हाथों में कमान संभालने के बाद लगातार कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने अब पिछड़ों पर फोकस बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है. इसे लेकर कांग्रेस की ओर से रणनीति बनाई गई है. इस रणनीति के तहत कांग्रेस की ओर से मंडल से लेकर जिला स्तर तक पिछड़ा वर्ग सम्मेलन शुरू किया जाएगा.
कांग्रेस को इन पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में पिछड़ा वर्ग का हितैषी बताने की रणनीति बनाई गई है. इसी कार्यक्रम के तहत जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और वहां पिछड़ों को लेकर जो भी काम कांग्रेस की सरकारों की ओर से किए गए हैं, इन सभी की सूची मंगाई गई है और इस पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में उन तमाम कामों को लोगों को बताया जाएगा. इस पूरे कार्यक्रम के जिम्मेदारी पिछड़ा वर्ग विभाग को सौंपी गई है.
पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष को दी गई जिम्मेदारी
फिलहाल उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष मनोज यादव को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. इस कार्यक्रम के तहत 28 सितंबर को मेरठ और 1 अक्टूबर को बरेली में मंडलीय सम्मेलन होगा. यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ने अपना कार्यभार ग्रहण करने के बाद रणनीति के तहत जहां पर पहले मंडलीय सम्मेलन हो चुके हैं, वहां नए सिरे से जिला स्तरीय सम्मेलन शुरू करने की बात कही है. इस कार्यक्रम में पाल, निषाद, यादव, नोनिया, नाई, कुम्हार, लोधी, कुर्मी, कहार, लोहार, बढ़ई और चौरसिया समाज के प्रतिनिधियों को बुलाने की तैयारी है.
यूपी में ओबीसी वोट बैंक साधने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में ओबीसी वोट बैंक काफी महत्वपूर्ण है और इसी वोट बैंक को साधने के लिए कांग्रेस पार्टी पिछड़े वर्ग का सम्मेलन करने जा रही है. पिछड़े वर्ग को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भी 2019 और 2022 के चुनाव में जातिवार सम्मेलन कर अलग-अलग जातियां के प्रतिनिधियों को जोड़ कर खुद को उनका हितैषी बताया था. अब कांग्रेस पार्टी भी हर एक जाति तक पहुंचने के लिए ऐसे सम्मेलन कर उस समाज में बीजेपी से नाराज लोगों को अपने साथ जोड़ने की रणनीति बना रही है. कांग्रेस पार्टी अलग-अलग राज्यों में अपनी सरकार की ओर से पिछड़ों के लिए किए गए कामों को आधार बनाकर उनको अपने साथ लाने की कोशिश करेगी.
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