Lok Sabha Election 2024: मिशन 2024 की तैयारी में लगी बीजेपी पिछले नतीजों से उत्साहित है. उत्तर प्रदेश से 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखने के पीछे पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिली शानदार जीत है. आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भले बीजेपी को सीटें कम मिली मगर वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है. 2014 में 71 सीटों को झोली में करने वाली बीजेपी का वोट प्रतिशत 43 फीसद था. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट प्रतिशत ग्राफ बढ़कर 50 फीसद पर पहुंच गया. हालांकि बीजेपी को 62 सीटों पर संतोष करना पड़ा था यानी 9 सीटों की कमी आई.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी पार्टियां
दूसरे नंबर पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा को सपा गठबंधन का फायदा मिला. मायावती ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था. बसपा के खाते में 10 लोकसभा सीटें गई. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुला था. वोट प्रतिशत के लिहाज से बसपा को दोनों लोकसभा चुनाव में बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में बसपा का एक प्रतिशत वोट 2019 में कम हुआ. समाजवादी पार्टी को पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में 5 सीटों पर संतोष करना पड़ा. हालांकि 2014 के मुकाबले सपा का वोट 2019 में चार प्रतिशत घटा.
क्या उत्तर प्रदेश में बीजेपी का लक्ष्य होगा पूरा?
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा का वोट प्रतिशत कम होकर 18 हो गया. उत्तर प्रदेश में बीजेपी को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे की उम्मीद है. इस बार हालांकि उसकी राह में कई चुनौतियां खड़ी हैं. महंगाई, बेरोजगारी और देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बीजेपी को जनता को जवाब देना होगा. विपक्षी पार्टियों की एकजुटता भी बीजेपी के लक्ष्य को भेदने में रोड़ा बन सकती है. अगर मायावती विपक्षी खेमे में आती हैं तो बीजेपी को कड़ी टक्कर मिलने के आसार हैं.