Saharanpur News: पश्चिमी यूपी में सहारनपुर लोकसभा महत्वपूर्ण सीटों में से एक है.इस सीट पर पूरे देश की नजरें टिकीं रहती हैं. गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है. इमरान मसूद का दावा सबसे मजबूत भी है. इमरान मसूद की गिनती पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेताओं में होती है. मुस्लिम वोटों पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने इमरान मसूद को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया तो कुछ महीने पहले वो फिर से अपने घर कांग्रेस में वापसी कर गए. तभी से इस बात की चर्चाएं शुरू हो गई थी, कि इमरान मसूद को कांग्रेस फिर से सहारनपुर से मैदान में उतार सकती है. चर्चाएं अब जोर पकड़ रही हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और एसे में इमरान मसूद कांग्रेस में सबसे बेहतर और मजबूत विकल्प हो सकते हैं.



 कांग्रेस के कई नेता भी यही चाहते हैं कि इमरान मसूद पर ही फिर से दांव लगाया जाए. ये बात भी किसी से छिपी नहीं है. सहारनपुर ही नहीं पश्चिमी यूपी की कई और सीटों पर भी इमरान मसूद का अपना प्रभाव है.और मुस्लिम वोटों पर इमरान मसूद की मजबूत पकड़ मानी जाती है. इमरान मसूद ने 2007 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मुजफ्फराबाद विधानसभा से चुनाव लड़ा और विधायक बने. इस सीट को अब बेहट विधानसभा के नाम से जाना जाता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद ने कांग्रेस का हाथ पकड़कर लोकसभा चुनाव पहुंचने का सपना देखा, लेकिन उनका ये सपना अधूरा रह गया. 2014 में बीजेपी के राघव लखनपाल सांसद बने और इमरान मसूद दूसरे नंबर पर रहे. इसके बाद 2019 में फिर इमरान मसूद ने कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार भी किसमत ने साथ नहीं दिया और इमरान मसूद को हार का मुंह देखना पड़ा.  2019 में बसपा से चुनाव लड़े फजलुर्रहमान सांसद बने, बीजेपी के राघव लखनपाल दूसरे नंबर और इमरान मसूद तीसरे नंबर पर रह गए.

बसपा और बीजेपी के फैसले पर टिकी हैं सबकी नजरें
सहारनपुर लोकसभा सीट पर 2019 में बसपा के फजलुर्रहमान चुनाव जीते थे. इसलिए बसपा फिर इस सीट को जीतना चाहती है, जबकि 2014 में बीजेपी से राघव लखनपाल सांसद चुने गए थे. इसलिए बीजेपी बसपा से इस सीट को छीनना चाहती है. ऐसे में बसपा और भाजपा का प्रत्याशी कौन होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं. हालांकि कांग्रेस से इमरान मसूद का नाम लगभग फाइनल हो गया और बस मुहर लगना बाकी है.

 कांग्रेस जो फैसला ले मंजूर होगा
कांग्रेस नेता इमरान मसूद से जब इस बारे में बात की गई कि क्या आप सहारनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहें हैं, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का जो भी फैंसला होगा, उन्हें मंजूर होगा। उन्होंने कहा कि सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दावा मजबूत है, और कांग्रेस ही यहां से लोकसभा चुनाव लड़ेगी. हालांकि उन्होंने अपने चुनाव लड़ने की इच्छा पार्टी नेतृत्व को बता दी है.अब देखना होगा कि आखिर कब तक कांग्रेस सहारनपुर में अपने प्रत्याशी की घोषणा करती है,और क्या प्रत्याशी इमरान मसूद ही होंगे.


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