UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने गठबंधन की औपचारिक घोषणा की. इसके साथ ही रालोद ने कहा कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सात सीट पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि इस अलायंस में दोनों ही दलों के नेताओं क्रमशः अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने कांग्रेस का जिक्र नहीं किया. 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के जरिये गठबंधन की घोषणा की. यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'राष्ट्रीय लोक दल और सपा के गठबंधन की सभी को बधाई. जीत के लिए सभी एकजुट हो जाएं, जुट जाएं.'

Ramlalla Pran Pratishtha समारोह का रास्ता साफ, हाईकोर्ट ने खारिज की याचिका, की गई थी ये मांग

 जयंत चौधरी ने 'एक्स' पर लिखा, 'राष्ट्रीय, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर, हमारे गठबंधन के सभी कार्यकर्ताओं से उम्मीद है, अपने क्षेत्र के विकास और खुशहाली के लिए कदम मिलाकर आगे बढ़ें.' जयंत चौधरी ने अपने पोस्ट के साथ तस्वीरें भी डाली हैं जिनमें वह और अखिलेश यादव हाथ मिलाते हुए दिख रहे हैं.

प्रवक्ता ने दी ये जानकारीरालोद प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया है. उन्होंने कहा, 'रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सात सीट पर चुनाव लड़ेगी.'

दोनों दलों ने 2022 का विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था, जिसमें सपा ने 403 सीटों वाली उप्र विधानसभा की 111 सीट जीती थीं, जबकि रालोद को आठ सीट मिली थीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में रालोद का सपा-बसपा से गठबंधन था. रालोद को मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर सीट मिली थीं, लेकिन वह तीनों सीट पर हार गई, जबकि सपा और बसपा ने क्रमश: पांच और 10 सीट जीतीं

किन सीटों पर लड़ सकती है रालोद?इन सबके बीच यह चर्चा जोरों पर है कि रालोद किन सात सीटों से चुनाव लड़ सकती है. सूत्रों की मानें तो रालोद ने साल 2019 की तीनों सीटें- बागपत, मुजफ्फरनगर और मथुरा के अलावा अलीगढ़, अमरोहा, कैराना और आगरा लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ सकती है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों दलों में सीट शेयरिंग को लेकर क्या समीकरण बनते हैं और उनका परिणाम क्या होगा.