Lok Sabha Election 2024: सपा नेता और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव इन दिनों बदायूं सीट पर जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस सीट से सपा ने उनके बेटे आदित्य यादव को मैदान में उतारा है. जिसके बाद शिवपाल यादव ने बदायूं में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. उन्होंने यहां के लोगों से वादा कि वो चुनाव के बाद भी उनके बीच में ही रहेंगे. 


सपा नेता शिवपाल यादव अपने बेटे के समर्थन में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए आदित्य यादव को चुनाव जिताने की अपील की. उन्होंने लोगों से कहा कि वो घर-घर जाकर, एक-एक गाँव में अपने कोर वोटर्स तक पहुँचे और ज्यादा से ज्यादा वोट कराएं 


शिवपाल यादव ने किया वादा
शिवापल यादव ने कहा, "90-95 परसेंट लोगों को वोट डालना है.. उन्होंने कहा, हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि 7 मई को बदायूं चुनाव बीतने के बाद लगातार यहीं आपके बीच रहेंगे. यहीं फर्रुखाबाद में डेरा डालूंगा लेकिन आपको एक-एक घर, एक-एक गांव, एक-एक गली जाना है और 90 से 95 फीसद तक अपने कोर वोटर्स की वोटिंग करानी है."


समाजवादी पार्टी बदायूं सीट पर तीन बार प्रत्याशी बदले हैं. सबसे पहले सपा अध्यक्ष ने इस सीट से धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन अगली ही सूची में अखिलेश यादव प्रत्याशी बदलते हुए बदायूं में चाचा शिवपाल यादव को टिकट दे दिया. सपा अध्यक्ष के इस फ़ैसले से शिवपाल यादव ज़्यादा खुश दिखाई नहीं दिए, जिसके बाद वो लगातार यहां से अपने बेटे आदित्य यादव को उतारने की मांग करते दिखाई दिए. 


शिवपाल यादव बदायूं से चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे, जिसके बाद सपा अध्यक्ष ने उनकी इच्छा को देखते हुए एक बार फिर यहां से उम्मीदवार को बदल दिया और आदित्य यादव को ही सपा के प्रत्याशी के तौर पर उतार दिया है. इस सीट पर अभी बीजेपी का क़ब्ज़ा है. यहां से स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटी संघमित्रा मौर्य सांसद हैं लेकिन बीजेपी इस बार उनका टिकट काटकर दुर्विजय सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है. 


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