Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनावों से पहले एनडीए (NDA) गठबंधन की सहयोगी सुभासपा कुनबा विस्तार करने में जुटी है. सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) की रणनीति विपक्षी खेमे में सेंध लगाने की है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनावों में वोटों का ध्रुवीकरण कर विपक्षी गठबंधन इंडिया को सुभासपा नुकसान पहुंचा सकती है. लखनऊ में ओम प्रकाश राजभर ने सपा, बसपा और कांग्रेस छोड़कर आए नेताओं को सुभासपा की सदस्यता दिलाई. उन्होंने सदस्यता ग्रहण करने वाले नेताओं का फूल माला पहनाकर स्वागत किया. ओम प्रकाश राजभर का दावा है कि सुभासपा की विचारधारा से प्रभावित होकर विपक्षी नेता अलग-अलग पार्टियों को छोड़कर साथ आ रहे हैं.


अलग-अलग दलों के नेताओं ने थामा सुभासपा का दामन


सुभासपा का दामन थामने वालों में फतेहपुर जिला पंचायत सदस्य धर्मेंद्र सिंह चौहान, बांदा से बसपा के राजू द्विवेदी, सपा के रुद्र राजन राजभर, बाराबंकी से कांग्रेस के अजय सिंह वर्मा, कांग्रेस के राम चंद गौतम समेत कई नेता शामिल रहे. बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन में शामिल ओम प्रकाश राजभर का जनाधार पूर्वांचल में है. एनडीए खेमे में आए ओम प्रकाश राजभर मिशन 80 को पूरा करने के लिए नया-नया दांव चल रहे हैं.


लोकसभा चुनावों से पहले एक्शन में ओम प्रकाश राजभर


विपक्षी खेमे को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के अलावा पार्टी की पैठ को मजबूत करने की भी है. सदस्यता ग्रहण के मौके पर ओम प्रकाश राजभर काफी उत्साहित नजर आए. उन्होंने कहा कि देश में एनडीए गठबंधन को लोकसभा की 330 सीटें मिलेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ में ओम प्रकाश राजभर खूब कसीदे गढ़ रहे हैं. उनका कहना है कि दलित और पिछड़े समाज को आगे बढ़ाने का काम प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी कर रहे हैं. ओम प्रकाश राजभर के मुताबिक सुभासपा की बढ़ती ताकत से सपा घबरा गई है. पीला गमछा पहनाकर उन्होंने सपा नेताओं पर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया.


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