Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की गाजीपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने अफजाल अंसारी को प्रत्याशी बनाया है जिसे लेकर सियासत गरमा गई है, अफजाल अंसारी बाहुबली और डॉन मुख्तार अंसारी के भाई हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि अफजाल अंसारी के सामने इस बार प्रत्याशी कौन होगा? सियासी जानकारों की मानें तो अफजाल के सामने ब्रजेश सिंह को उतारा जा सकता है.
ग़ाज़ीपुर में सपा ने अपना पत्ता चल दिया है अब बीजेपी की बारी है. ऐसे में पूर्वांचल की इस सीट पर बेहद दिलचस्प मुक़ाबला देखने को मिल सकता है. ब्रजेश सिंह की पहचान भी बाहुबली की है. अंसारी परिवार और ब्रजेश सिंह के बीच पुरानी अदावत रही है. ऐसे में ब्रजेश सिंह को बीजेपी की सहयोगी ओपी राजभर अपनी पार्टी के सिंबल पर गाजीपुर से चुनाव लड़ाया जा सकता है. पिछले दिनों 16 फरवरी ब्रजेश सिंह और राजभर की वाराणसी में मुलाक़ात भी हो चुकी है. यानी पूर्वांचल में महामुकाबले की जमीन तैयार होने लगी है.
गाजीपुर में हो सकता है दिलचस्प मुक़ाबलाअफजाल अंसारी की हार-जीत का सीधा असर मुख्तार अंसारी के रुतबे पर पड़ेगा. दूसरी तरफ़ ब्रजेश सिंह भी पिछले तीन दशकों से अंसारी परिवार के लिए चुनौती बनकर खड़े हैं. अंसारी परिवार हो या फिर ब्रजेश सिंह दोनों ने माफिया साम्राज्य के रास्ते सियासत की सीढ़ी चढ़ी. मुख्तार अंसारी भले ही जेल में बंद हों लेकिन, उसका बेटा अब्बास अंसारी मऊ से विधायक है. बड़े भाई सिबगतुल्ला के बेटे मन्नू अंसारी ने कमान संभाली हुई है. अफजाल अभी भी ग़ाज़ीपुर से सांसद हैं.
दोनों में अदावत पुरानीब्रजेश सिंह का भी इन दिनों यहाँ खूब दबदबा है क्योंकि सीधे तौर पर बीजेपी भले ही ब्रजेश सिंह का समर्थन ना करे लेकिन, पिछले दरवाजे से उनके लिए रास्ते वक्त-वक्त पर खोले जाते रहे हैं. मुख्तार अंसारी और ब्रजेश सिंह की अदावत पुरानी है. दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्मन माने जाते हैं. 2005 में गाजीपुर में हुआ कृष्णानंद राय हत्याकांड इसी दुश्मनी का नतीजा था. इसी केस में मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा भी हुई है.
एक वक्त था जब पूर्वांचल में अंसारी परिवार की तूती बोलती थी. कभी BSP तो कभी समाजवादी पार्टी इनके साथ खड़ी नज़र आई. बीजेपी हमेशा अंसारी परिवार को लेकर सपा पर हमले भी करती रही है. यूपी में बीजेपी का लक्ष्य सभी 80 सीटों को जीतने का है. इसलिए दांव-पेच बीजेपी की तरफ से भी चले जा रहे. यही वजह है कि बीजेपी गाजीपुर में मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहती है. जिसमें ब्रजेश सिंह बिल्कुल फिट बैठते हैं. ब्रजेश सिंह के साथ बाहुबली शब्द जुड़ा है. इसलिए बीजेपी अपना सिंबल नहीं दे सकती. इसलिए राजभर की सुभासपा के जरिये ब्रजेश सिंह के लिए गाजीपुर का मंच तैयार हो रहा है.