UP Lok Sabha Election 2024: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने एक बार फिर जाति जनगणना की मांग दोहराई है. उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से लोगों को भागीदारी का अधिकार मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि जाति की भागीदारी हर क्षेत्र में होनी चाहिए. निजी संस्थाओं में भी उन्होंने आबादी के आधार पर भागीदारी की वकालत की. बता दें कि मायावती की सरकार में बाबू सिंह कुशवाहा मंत्री रह चुके हैं. बीएसपी छोड़ने के बाद उन्होंने जन अधिकार पार्टी का गठन किया.


बाबू सिंह कुशवाहा ने की जाति जनगणना की मांग


बाबू सिंह कुशवाहा अब अपना अलग मोर्चा खोलकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं. जन अधिकार पार्टी का भागीदारी रथयात्रा कानपुर देहात पहुंचा था. बाबू सिंह कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जाति जनगणना का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि देश में जाति जनगणना बहुत जरूरी है. उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब पिछड़ों को समाज में बराबरी नहीं मिल रही है. जन भागीदारी यात्रा गरीब पिछड़ों की है. ग्रामीण और शहरी परिवेश की शिक्षा नीति पर भी कुशवाहा ने तंज कसा.


"शहरी और देहाती क्षेत्र की अलग-अलग शिक्षा क्यों'


उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा में दोहरा मापदंड ठीक नहीं है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक समान शिक्षा नीति होनी चाहिए. क्या वजह है कि शहरी क्षेत्र में पढ़ने वाले बच्चे आगे बढ़ जाते हैं और देहाती क्षेत्र के बच्चे पिछड़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि देश में एक शिक्षा नीति के साथ पाठ्यक्रम भी एक होना चाहिए. बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि समान शिक्षा नीति और जातीय जनगणना की मांग के लिए भागीदारी रथयात्रा लेकर निकले हैं. जन भागीदारी रथयात्रा के माध्यम से लोगों को अधिकारों के प्रति जागरुक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर वर्ग को आबादी के हिसाब से प्रतिनिधत्व मिलना चाहिए. 


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