UP News: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले बसपा (BSP) संगठन को मजबूत कर लेना चाहती है. गठबंधन में शामिल होने के लिए मायावती ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव विपक्षी खेमे की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. बीजेपी के खिलाफ औपचारिक रूप से गठबंधन का ऐलान नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि बेंगलुरु की बैठक के बाद साझा रणनीति पर विपक्षी दलों का एजेंडा सामने आ सकता है. बसपा प्रमुख मायावती की नजर राजनीतिक दलों की होने वाली गतिविधियों पर है. उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 80 सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचते हैं.

मायावती की बढ़ी टेंशन

बीजेपी उत्तर प्रदेश में एक भी लोकसभा सीट खोना नहीं चाहती. उसने 80 सीटें जीतकर नरेंद्र मोदी की झोली में डालने का लक्ष्य रखा है. लोगों के मन में सवाल पैदा हो रहे हैं कि उत्तर प्रदेश का मूड क्या है. आज अगर लोकसभा चुनाव हुए तो उत्तर प्रदेश में सपा, कांग्रेस, बीजेपी और बसपा को कितनी सीटें मिल सकती हैं? टाइम्स नाउ नवभारत के ताजा चुनावी सर्वेक्षण में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. सर्वे के मुताबिक बसपा को तगड़ा झटका लग सकता है. सबसे ज्यादा फायदे में बीजेपी रहेगी. समाजवादी पार्टी 4-8 सीटों पर सिमट सकती है. कांग्रेस को 1-2 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है.

आए चौंकाने वाले आंकड़े

बसपा की जीत में दलित वोट बैंक की अहम भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता. पिछले चुनावी नतीजों को देखकर अंदाजा लगता है कि बसपा के कोर वोट बैंक में सेंधमारी हुई है. कहने का मतलब है कि बसपा का दलित वोट बैंक मायावती से छिटका है. आज की तारीख में लोकसभा चुनाव होने पर मायावती को करारी हार का सामना करना पड़ सकता है. टाइम्स नाउ नवभारत के ताजा चुनावी सर्वे में बसपा को 0-1 सीटें दी गई हैं. अन्य के खाते में 3-4 सीटें जाती हुई दिख रही हैं. सबसे ज्यादा फायदे में बीजेपी है. बीजेपी के खाते में 68-72 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. सपा को मात्र 4-8 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है. 

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