UP Lok Sabha Chunav 2024: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) रविवार को गाजीपुर (Ghazipur) में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. जनसभा के माध्यम से यादव वोट को साधने की कोशिश करेंगे. जंगीपुर विधानसभा के शेखपुर गांव में उनकी जनसभा होगी. जंगीपुर यादव बहुल विधानसभा है. गाजीपुर में सबसे ज्यादा मतदाता यादव ही हैं और यही वजह है कि मोहन यादव यहां जनसभा करने जा रहे हैं. यादव बहुल सीट पर सीएम मोहन यादव का ये दौरा बेहद अहम माना जा रहा है.


एक अनुमान के मुताबिक गाजीपुर लोकसभा में करीब 4 लाख 50 हजार यादव मतदाता हैं. इसके बाद दलित मतदाता आते हैं. बाकी अन्य जातियों के मतदाता हैं. पिछड़े और अन्य पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की बात करें तो यहां उनकी संख्या करीब 43 प्रतिशत है. बात करें 2022 के विधानसभा चुनावों की तो यहां मोदी और योगी लहर में भी  सभी सात विधानसभा सीट सपा और सुभासपा गठबंधन को गयी थीं.


सदर विधानसभा में सपा के जैकिशन साहू, जमानियां विधानसभा से सपा के ओमप्रकाश सिंह, जंगीपुर विधानसभा से सपा के बीरेंद्र यादव, मुहम्मदाबाद विधानसभा से मुख्तार अंसारी के भतीजे सोहेब अंसारी और सैदपुर विधानसभा से सपा के अंकित भारती चुनाव जीते थे. जबकि जहूराबाद विधानसभा से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और जखनियां विधानसभा से सुभासपा के बेदीराम चुनाव जीते थे.


यादव वोटर्स को साधेंगे सीएम मोहन यादव 
साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बसपा और सपा के गठबंधन से अफजाल अंसारी चुनाव जीते थे और उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता मनोज सिन्हा की हराया था. 2024 के लोकसभा में गठबंधन बदल चुका है और अब सुभासपा और बीजेपी एक गठबंधन में हैं जबकि बसपा और सपा अलग-अलग चुनाव मैदान में हैं. गाजीपुर में अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है और चुनावी जनसभा की बात करें तो ये बीजेपी की पहली जनसभा है जिसमें कोई बड़ा चेहरा आ रहा है हालांकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन में जरूर पहुंचे थे. मोहन यादव को चुनाव प्रचार में उतारकर बीजेपी  यादव वोट में सेंध लगाने के साथ-साथ ये भी सन्देश देने की कोशिश करेगी कि बीजेपी का एक छोटा सा कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री बन सकता है.


गाजीपुर में बीजेपी से पुराने आएएसएस कार्यकर्ता और मनोज सिन्हा के करीबी माने जाने वाले पारसनाथ राय प्रत्याशी हैं, बसपा से डॉ उमेश सिंह और सपा से अफजाल अंसारी प्रत्याशी हैं. 2019 में बीजेपी की हारी हुई सीटों में से एक गाजीपुर की सीट भी है. दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और निवर्तमान सांसद अफजाल अंसारी चुनावी मैदान में हैं जिसकी वजह से इस सीट पर बीजेपी की प्रतिष्ठा दाव पर है. बीजेपी यहां कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है और अब यहां चुनाव प्रचार में बीजेपी के बड़े नेताओं की जनसभा शुरू हो गयी है.


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