Lok Sabha Election 2024: बहुजन समाज पार्टी (BSP) और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) के बीच तल्खी किसी से छुपी नहीं है. चंद्रशेखर भले ही बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को अपना राजनीतिक गुरू बताते हुए न थकते हों, लेकिन बसपा को वो फूटी आंख नहीं सुहाते हैं. इस बीच बसपा सांसद मलूक नागर ने राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिससे चंद्रशेखर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मलूक नागर का ये बयान पश्चिमी यूपी की सियासत में भी हलचल मचा सकता है. 


पश्चिमी यूपी में जयंत चौधरी का बड़ा जानधार है ये तो सब जानते हैं. जाट मतदाताओं में उनकी लंबे समय से पैठ रही है, पश्चिमी यूपी की 12-14 सीटों पर जाट मतदाता सीधा असर डालते हैं. ऐसे में समाजवादी पार्टी हो या बीजेपी दोनों चाहते हैं कि जयंत उनके साथ आ जाए. इस बीच बसपा ने भी अब जयंत चौधरी पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं. बसपा सांसद मलूक नागर ने जयंत की दिल खोलकर तारीफ की और कहा कि वो पश्चिमी यूपी के बड़े नेता है. वो जहां भी जाएंगे उसी का पलड़ा भारी हो जाएगा. 


जयंत चौधरी को लेकर क्या बोले बसपा सांसद


एक निजी चैनल से बात करते हुए बसपा सांसद ने कहा कि "जयंत चौधरी पश्चिमी यूपी के बड़े नेता है. वो जहां जाएंगे, वहां का पलड़ा भारी हो जाएगा." मलूक नागर के इस बयान को एक नए सियासी समीकरण से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसे देखकर कहा जा सकता है कि बसपा उन्हें अपने पाले में लेना चाहती है. जयंत चौधरी भी पश्चिमी यूपी में ओबीसी, मुस्लिम और दलित समीकरण के सहारे आगे बढ़ने की कोशिश में लगे हुए हैं. ऐसे में अगर जयंत चौधरी बसपा के साथ जाते हैं तो चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है, लेकिन ये गठबंधन चंद्रशेखर के गले की हड्डी बन सकता है. 


पश्चिमी यूपी में जयंत चौधरी और चंद्रशेखर की करीबी किसी से छुपी नहीं है. खतौली उपचुनाव से लेकर, जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन तक दोनों नेताओं के बीच अच्छी ट्यूनिंग देखी जाती है. यही नहीं जब चंद्रशेखर पर हमला हुआ तो जयंत चौधरी उनका हाल-चाल लेने भी पहुंचे थे. ऐसे में अगर बसपा की जयंत चौधरी के साथ एंट्री होती है तो चंद्रशेखर का पत्ता कटना तय है. 


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