Lakhimpur Kheri Violence: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखीमपुर खीरी हिंसा को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा सुनियोजित साजिश करार दिए जाने के बाद मंगलवार को कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर उनकी भूमिका जांच की जानी चाहिए. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘लखीमपुर किसान नरसंहार के 2 महीने बाद जांच कर रही एसआईटी का कहना है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और अन्य आरोपियों ने आपराधिक कृत्य लापरवाही और उपेक्षा से नहीं, बल्कि जानबूझकर पूर्व सुनियोजित योजना के अनुसार जान से मारने की नीयत से किया था.’’ 


कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘इस मामले में किसानों ने शुरुआत से ही ये बात कही कि गृह राज्यमंत्री के बेटे ने साज़िश करके इस घटना को अंजाम दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना की निष्पक्ष और गहन जांच सुनिश्चित कराने को लेकर चिंता ज़ाहिर की थी एवं जांच की धीमी गति एवं जांच के तरीक़े पर अप्रसन्नता व्यक्त की थी.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘एसआईटी ने माना लखीमपुर किसान नरसंहार सुनियोजित योजना से किया गया. फिर गृह राज्यमंत्री को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री क्यों बचा रहे हैं?’’ 



प्रियंका गांधी ने की गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग


प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘पीड़ित परिवार और हम सत्याग्रह कर रहे लोग पहले दिन से मांग कर रहे हैं कि गृह राज्यमंत्री की बर्ख़ास्तगी हो, क्योंकि घटनास्थल पर मौजूद लोगों एवं पीड़ित परिवारों का साफ़-साफ़ कहना था कि पूरी साज़िश करके हिंसा की गई और किसानों को कुचला गया. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी किसान विरोधी मानसिकता का खुला प्रदर्शन करते हुए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के साथ मंच साझा किया एवं उनको संरक्षण दिया.’’


उन्होंने कहा, ‘‘अजय मिश्रा अभी तक अपने पद पर बने हुए हैं और उनके ख़िलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि इन्हीं अजय मिश्रा ने हत्याकांड से कुछ दिन पहले किसानों को मंच से धमकी देते हुए सबक सिखाने की बात कही थी.’’ उन्होंने यह भी कहा कि गृह राज्यमंत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर लखीमपुर किसान नरसंहार में उनकी भूमिका की जांच होनी चाहिए.


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