कुशीनगर में RSS के पदाधिकारी के पुत्र की निर्मम हत्या मामले में शव पहुंचने के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ हंगामा खड़ा कर दिया. आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया. मृतक के घर पहुंचे बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया.
मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया जाए. मौके पर सदर विधायक मनीष जायसवाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राजेश्वर सिंह सहित भाजपा और RSS के हजारों कार्यकर्ता जुट गए. परिजनों और भीड़ को मनाने के लिए मौके पर एसडीएम सदर, सीओ सदर पहुंच गए. आक्रोश को देखते हुए मौके पर कई थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया.
दबंगों ने की युवक की निर्मम हत्या
आपको बता दें कि कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के सेमरा हरदो गांव में बीती रात दबंगों ने RSS कार्यकर्ता के पुत्र उत्कर्ष सिंह की निर्मम हत्या कर दी थी. दबंगों ने उत्कर्ष का कान काट लिया था और उसकी आंख भी फोड़ दिया था. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हुए.
दरअसल, कुबेरस्थान थाने के सेमरा हरदो गांव के रहने वाले RSS के पदाधिकारी इंद्रजीत सिंह और सच्चिदानन्द यादव उर्फ लालाधर यादव का परिवार आमने सामने रहता है. दोनों परिवारों में हमेशा छोटी छोटी बातों पर कहासुनी होती रहती थी.
घटना वाले दिन हुई थी कहासुनी
बताया गया कि घटना वाले दिन भी कहासुनी सी थी. देर रात इंद्रजीत सिंह के पुत्र उत्कर्ष सिंह गांव के नजदीक कठकुइ यां बाजार से लौट रहे थे, उसी समय गांव के बाहर अचानक उन पर पर सच्चिदानंद उर्फ लालधर यादव, श्रीनिवास यादव, चंद्रदीप यादव और ज्ञान यादव ने हमला बोल दिया.
परिजन बोले- चाकू और फरसा से आरोपियों ने किया हमला
मृतक के परिजनों की मानें तो उक्त लोगों ने फरसा और चाकू से हमला कर दिया. जिसके बाद उत्कर्ष भागकर गांव में पहुंच गया लेकिन चारों लोगों ने पकड़ लिया और गांव के बीच में एक गढ्ढे में गिराकर धारदार हथियार से मारने लगे. दबंगों ने उत्कर्ष सिंह का कान काट लिया और एक आंख भी फोड़ने के साथ शरीर के कई जगह पर धारदार हथियार से प्रहार किया. एसपी संतोष कुमार मिश्र ने देर रात में घटना स्थल का दौरा करके घटना की जानकारी ली.
अधिकारियों ने आश्वासन देकर शांत कराया मामला
घटना के बाद सुबह से मृतक के घर लोगों की भीड़ जमा होने लगी. पोस्टमार्टम के बाद आज जैसे ही उत्कर्ष का शव गांव में पहुंचा उसके बाद मौके पर जुटी भीड़ ने हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. हालांकि एसडीम और CO के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हुए. अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया.