आगरा: 23 फरवरी को आगरा के दयालबाग इलाके में स्थित सरन अस्पताल से अगवा हुई नाबालिग किशोरी को बरामद कराना बड़ी चुनौती थी. आगरा पुलिस ने बीती रात किसोरी को दिल्ली के तिलक नगर से बरामद कर लिया है. लेकिन, इस मामले में परिजनों ने जिस मेहताब राणा के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया उसे लेकर बड़ी बात सामने आई है.
सामने आई चौंकाने वाली जानकारी नाबालिग किशोरी से जो जानकारी मिली है, वो चौंकाने वाली है. चूंकि किशोरी नाबालिग है ऐसे में जेजे एक्ट के आधार पर महिला अधिकारी उसके बयान दर्ज कर रही हैं. बयान के आधार पर ही तय होगा कि नाबालिग किशोरी दिव्यांशु नाम के युवक के साथ रजामंदी से गई थी या उसका अपहरण किया गया था. पुलिस ने किया खुलासा अब हम आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि पुलिस ने कैसे इस घटना का खुलासा किया. दरअसल, घटना की CCTV फुटेज सामने आने के बाद पता चला कि एक युवक लाल रंग का कुर्ता पहने एक किशोरी को युवती को बुर्के में ले जा रहा है. फुटेज खंगालने पर पता चला कि किशोरी उस व्यक्ति के ऑटो में बैठकर आगे गई थी. ऑटो चालक से पूछताछ हुई तो उसने वो जगह बताई जहाम उसने किशोरी को छोड़ा था.
लगातार सामने आते गए तथ्य इसके बाद टाइमिंग के आधार पर एक गाड़ी को ट्रेस किया गया. पता चला जहां ऑटो चालक ने किशोरी को छोड़ा था वहां से स्विफ्ट डिजायर पीले नंबर की गाड़ी से वो व्यक्ति किशोरी को लेकर गया था. सैकड़ों कैमरों की छानबीन के बाद उस टैक्सी का पता चला और फिर उसके बाद उसके मालिक से पूछताछ हुई.
जांच में सामने आई बड़ी बात मालिक से पता चला कि नीरज नाम का ड्राइवर 2 युवाओं को लेकर आगरा आया है. धीरे-धीरे पुलिस की पूछताछ और लगातार तथ्यों की पड़ताल करने पर पता चला कि किशोरी ग्वालियर के रहने वाले दिव्यांशु चौहान के संपर्क में थी. किशोरी और दिव्यांशु की मुलाकात पंजाब में एक शादी के दौरान हुई थी. ऐसे में दिव्यांशु ने इस अपहरण की कहानी का ताना-बाना बुना और इसको धर्म विशेष के व्यक्ति से जोड़ने की पूरी कोशिश की गई.
2 बार अपहरण कर चुका था मेहताब चूंकी, मेहताब राणा किशोरी का साल 2018 में 2 बार अपहरण कर चुका था और इस मामले में जेल भी जा चुका है. साथ ही इस मामले में मेरठ के ही इदरीश और दानिश अभी तक फरार चल रहे हैं. पुलिस अब उन दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही है. वहीं, मेहताब राणा पुलिस गिरफ्त में है और उसे पकड़ने से पहले उसके परिवार की तीन महिलाओं को पुलिस जेल भेज चुकी है.
पुलिस ने दिव्यांशु को भेजा जेल मामले में पुलिस टैक्सी ड्राइवर नीरज और दिव्यांशु का मित्र रिंकू पुलिस की गिरफ्त में हैं. वहीं, साइबर फ्रॉड के एक मामले में दिव्यांशु चौहान जो किशोरी के लगातार संपर्क में था, ग्वालियर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है.
दर्ज हो रहे हैं बयान चूंकि किशोरी नाबालिग है, ऐसे में जेजे एक्ट के तहत पुलिस इस मामले में उसके बयान दर्ज कर रही है. बयान के आधार पर ही तय होगा कि इतने हाई प्रोफाइल मामले में आखिर इस घटनाक्रम का ताना-बाना किसने रचा था. क्या वाकई में दिव्यांशु का नाबालिग किशोरी के साथ कोई संबंध है.
यूथ प्रोफाइलिंग की ली गई मदद वहीं, मेहताब राणा के खिलाफ जो केस दर्ज हुआ था, उसका कोर्ट में ट्रायल चल रहा है और जल्द ही दोनों अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगें. इस पूरे मामले में आगरा पुलिस ने पहली बार यूथ प्रोफाइलिंग की भी मदद ली, जिसके जरिए ये पता लगाने की कोशिश की गई की आखिर युवा क्या सोचते हैं और अपने फैसले किस तरह लेते हैं.
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