Khatima News: खटीमा (Khatima) में निर्माणाधीन बाईपास के ऊंचा होने के कारण बाईपास के किनारे हो रहे जलभराव से मुक्ति दिलाने के लिए एनएचएआई (NHAI) द्वारा पांच स्थानों को चिन्हित किया गया. लेकिन जल निकासी के लिए बाईपास में लगाया जा रहे ह्यूम पाइप को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष देखा जा रहा है. आक्रोशित ग्रामीणों ने जल निकासी के नाम पर उनके खेतों को जलमग्न करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों के हंगामे को देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा है.
बारिश की वजह से हुआ जलजमाव
दरअसल उधम सिंह नगर जनपद के सीमांत क्षेत्र खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बाईपास की घोषणा की गई थी. आठ किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण लगभग पूरा होने को है. लेकिन इस बार की बरसात में बाईपास के किनारे खेतों में भारी जल भराव हुआ था. ग्रामीणों द्वारा जल निकासी की स्थानीय प्रशासन से मांग की गई थी. जिस पर एनएचएआई द्वारा पूरे बाईपास में पांच जगह पर बड़े-बड़े ह्यूम पाइप लगाकर जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है.
पुलिस ने धरने पर बैठी महिलाओं को उठाया
वहीं आज जैसे ही निर्माणाधीन कंपनी के द्वारा जल निकासी के लिए ह्यूम पाइप साइट पर डाले गए.तभी स्थानीय ग्रामीणों ने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया और जल निकासी के लिए किया जा रहे कार्य को रुकवा दिया. ग्रामीण महिलाओं द्वारा कार्य स्थल पर धरना देने और हंगामा करने की सूचना पर मौके पर पहुंची भारी पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं माने. जिसके बाद हल्का बल प्रयोग कर कार्यस्थल पर धरना देकर बैठे ग्रामीण महिलाओं को पुलिस ने मौके से उठाया.
ग्रामीणों ने लगाया फसल खराब करने का आरोप
आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि एक तो हाईवे काफी ऊंचा बना दिया गया है. जिससे उनके खेत काफी नीचे हो गए हैं जिस कारण जलभराव हो रहा है. वहीं उनके खेतों के आगे से ह्यूम पाइप लगाकर जल निकासी की जा रही है जिससे सारा जल उनके खेतों में भर जाएगा और उनकी फसल खराब हो जाएगी. वहीं खटीमा के उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट ने मीडिया को बताया कि ग्रामीणों की मांग पर ही एनएचएआई द्वारा ज्यादा जलभराव वाले पांच स्थानों को चिन्हित कर उस जगह पर ह्यूम पाइप डालकर जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है. जिस का विगराबाग ग्राम के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. जिस कारण पुलिस की मौजूदगी में दोबारा से काम शुरू करवाया जा रहा है.