कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पुलिस ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खलल डालने वालों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अवैध असलहा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. सराय अकिल पुलिस ने अवैध असलहा बनाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के कब्जे से चार अवैध तमंचा, एक अद्धी, एक रिवॉल्वर, कारतूस और तमंचा बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं. 


पहले भी जा चुका है जैल 
आरोपी इन असलहों को पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों और उनके समर्थकों को देने की योजना बना रहा था. हालांकि, उसने किसी भी उम्मीदवार और उनके समर्थक का नाम नहीं बताया है. पुलिस की मानें तो वर्ष 2003 में भी आरोपी असलहा फैक्ट्री संचालित करने के मामले में जेल जा चुका है. जेल से छूटकर जब वो वापस आया तो फिर से पुराने धंधे में संलिप्त हो गया था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है.  


आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज
पिपरी थाना क्षेत्र के उमरवल निवासी आरोपी रामकृपाल लगभग 10 वर्ष से अवैध तमंचा बनाने का कारखाना चलाता है. उसने अपना कारोबार आसपास के इलाके में फैला रखा है. पिपरी थाना में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है. रामकृपाल और उसका एक साथी पृथ्वी जेल जा चुके हैं. कुछ दिनों के बाद दोनों जेल से जमानत पर रिहा हो गए थे. इसके बाद पृथ्वी की मौत हो गई और रामकृपाल अकेले ही तमंचा फैक्ट्री चलाने लगा.


मुखबिर से मिली सूचना 
13 अप्रैल को सराय अकिल के उप निरीक्षक नित्यानंद और उप निरीक्षक विनोद कुमार हमराहियों के साथ पुरखास गांव में अपराधियों की धरपकड़ में जुटे थे. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि उस्मानपुर बिगहरा गांव की बाग में एक व्यक्ति संदिग्ध हालात में अवैध असलहा लेकर खड़ा है. असलहे को वो सप्लाई करने जा रहा है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना को गंभीरता से लिया. मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की तो रामकृपाल एक थैला लेकर खड़ा था. पुलिस को आता देख वो भागने की कोशिश करने लगा. लेकिन, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. थैले की तलाशी ली गई तो उसमें 315 बोर के 4 अवैध तमंचे, 315 बोर की एक अद्धी, 312 बोर का एक तमंचा, 32 बोर की रिवॉल्वर और कारतूस मिले. इतना ही नहीं पुलिस ने अवैध तमंचा बनाने के उपकरण भी बरामद किए. 


पुलिस ने भेजा जेल 
पुलिस ने रामकृपाल के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया. अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर सराय अकिल पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए जा रही थी. पुलिस ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है. पकड़ा गया आरोपी वर्ष 2003 में भी असलहे के साथ पकड़ा गया था. उसे जेल भेज दिया गया था. जेल से छूटने के बाद दोबारा से असलहा बनाने का काम शुरू किया था. पंचायत चुनाव में भी असलहा इस्तेमाल किए जाने की योजना थी. 


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