Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल (Bajrang Dal) को बैन करने की बात कही है. कांग्रेस के इस घोषणा के बाद राज्य में सियासी हलचल बढ़ी हुई है. बीजेपी (BJP) ने कर्नाटक के बाहर खास तौर पर उत्तर भारत में इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है. अब उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी है. 


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कर्नाटक में जिस तरह से उन्होंने (कांग्रेस) बजरंगबली का बहिष्कार और विरोध की बात की थी, वो निश्चित रूप से उनकी तुष्टीकरण की नीति है. कांग्रेस केवल दिखावे के लिए और मोदी जी के कारण से उनको हनुमान चालीसा करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है."



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क्या है वादा?
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों के खिलाफ प्रतिबंध लगाएगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के जारी होने के बाद एक सर्वेक्षण कराया है जिससे पता चलता है कि सिर्फ सात प्रतिशत मतदाता ही बजरंग दल से जुड़े मुद्दे से अवगत हैं. कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ' कर्नाटक के सिर्फ सात प्रतिशत मतदाता ही बजरंग दल से जुड़े मुद्दे से अवगत है. इनमें भी 10 प्रतिशत से कम लोग ही इसी चुनाव का मुद्दा मानते हैं.'


कांग्रेस के एक सूत्र ने कहा, 'बीजेपी भले ही बजरंग दल के मुद्दे पर पूरी ताकत झोंके हुए है, हमारी ओर से दी गई पांच गारंटी ही हमारी जीत का रास्ता तय करेगी.' सूत्रों के अनुसार, जिन लोगों को सर्वेक्षण का हिस्सा बनाया गया, उनमें ज्यादातर बीजेपी के मतदाता थे और बीजेपी के विरोधी मतदाताओं की गोलबंदी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पक्ष में बहुत अधिक है. बता दें कि बजरंग दल को बैन करने के कांग्रेस के वादे पर जमकर बवाल मचा हुआ है.