श्रावण मास की शुरुआत होते ही देश भर में कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है. कांवड़ियों कांवड़ में जल भरकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए शिवालय पहुंच रहे हैं. वहीं इन दिनों कांवड़ यात्रा पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज नजर आ रही है. सपा नेता व पूर्व सांसद एसटी हसन ने कांवड़ यात्रा पर विवादित बयान दिया है. सपा नेता ने कांवड़ियों की तुलना आतंकवादियों से की है.
एसटी हसन ने कहा, "क्या इनमे और उन आतंकवादियों में कोई फर्क है जिन्होंने धर्म पूछ के पहलगाम के अंदर गोलियां मारी थी. ये भी एक तरह के आतंकवादी हैं और वो भी आतंकवादी थे… ये लोग देश के दुश्मनों से मिले हुए हैं, जो देश के अंदर शांति नहीं चाहते और हिंदू-मुसलमान करके आबादी को बांटना चाहते हैं ताकि देश कमजोर हो.
कांवड़ियों के पास नहीं है कोई काम- सपा नेता
इधर, समाजवादी पार्टी सांसद राजीव राय ने कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित बयान दिया है. राजीव राय ने कहा, "बेरोजगारी के कारण बड़ी संख्या में युवा इस धार्मिक यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं. कांवड़ियों के पास काम नहीं है, इसलिए इनके पास बहुत समय है."
दानिश अली ने बीजेपी पर लगाया तुष्टिकरण का आरोपकांग्रेस नेता कुंवर दानिश अली ने भी कांवड़ यात्रा पर बयान दिया है. दानिश अली ने कहा, "आप एक समुदाय को तो कह दोगे कि वो सड़क के बाहर साल में एक बार आकर इबादत करता है तो उस पर मुकदमा हो जाएगा और दूसरी तरफ आप पूरा नेशनल हाईवे बंद कर देते हैं… बीजेपी सरकार इस देश के बहुसंख्यक समाज के तुष्टिकरण में दिन रात लगी हुई है."
मुसलमानों के कांवड़ बनाने पर जताई आपत्तिवहीं साध्वी प्राची ने कहा है कि, "कांवड़ बनाने का काम केवल हिंदू कारीगरों को ही सौंपा जाना चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि कांवड़ जैसे धार्मिक प्रतीक को बनाने का अधिकार उन लोगों को क्यों दिया जाए, जो मांसाहारी हैं या जिन पर गौ हत्या जैसे आरोप हैं." वहीं यशवीर महाराज ने कहा कि "हरिद्वार में 90% 'जिहादी गैंग' (मुस्लिम) लोग कांवड़ बनाने का काम करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि "ये जिहादी लोग जब थूक और मूत्र से भोजन को अशुद्ध करने का काम करते हैं, तो इनकी बनाई हुई कांवड़ भी अशुद्ध ही होगी."