UP News: कानपुर (Kanpur) में पिछले 24 घंटे के दौरान डेंगू के 22 मामले सामने आए हैं. 22 मरीजों में पांच बच्चे भी शामिल हैं. वहीं डेंगू (Dengue) और बुखार के मरीजों से जिले के सबसे बड़े हैलेट अस्पताल (Hallet Hospital) के वार्ड फुल हो गए हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने पर मेटरनिटी विंग को खुलवाना पड़ गया है. उर्सला में भी बड़ी संख्या में बुखार पीड़ित भर्ती हैं यही हाल निजी अस्पतालों का भी है जहां डेंगू मरीजों का इलाज चल रहा है. 

सीएमओ कर रहे हैं अस्पतालों का दौरा

कानपुर महानगर के सीएमओ डॉ आलोक रंजन ने बताया जनवरी से लेकर अब तक 258 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है जिनमें 87 सक्रिय मामले अभी सामने हैं. इनमें से आधे से ज्यादा मरीज ज़िला अस्पताल उर्सला हैलट और काशीराम निजी नर्सिंग होम में भर्ती हैं. हालांकि इन सभी की हालत खतरे से बाहर है. सीएमओ डॉ. आलोक रंजन की मानें तो फिलहाल कानपुर महानगर की स्थिति अन्य जनपदों से बेहतर है और डेंगू को लेकर स्थिति नियंत्रण में है.

नगर निगम के कर्मचारियों पर लिया गया एक्शन सीएमओ जिला अस्पताल उर्सला हैलट अस्पताल और काशीराम समेत निजी नर्सिंग होम में अपने अधीनस्थों के साथ पहुंचकर मरीजों पर हालचाल ले रहे हैं. वहीं कानपुर नगर निगम ने साफ-सफाई को लेकर बरती जा रही लापरवाही के चलते बड़ी कार्रवाई की है. नगर आयुक्त शिव शरनप्पा ने 28 कर्मचारियों पर कार्रवाई की है जिसमें नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ चंद्रशेखर को भी पत्र जारी किया गया है. साथ ही तमाम सफाई कर्मियों को लापरवाही बरतने पर कार्रवाई झेलने का दंश झेलना पड़ा है. रोजाना औसतन 20 से 25 डेंगू मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग समन्वय बनाकर डेंगू से कानपुर वासियों को बचाने के लिए काम करने में जुटा है.

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