उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है. यह घटना जिले के कोहना थाना में 16 साल का छात्र क्लास 11वीं में पढ़ता था. उसने मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटककर अपनी जान दे दी है. वह पास के एक स्कूल में पढ़ता था. छात्र जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा का रिश्तेदार बताया जा रहा है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मृतक का नाम आरव राज मिश्रा है
पुलिस ने शव को फंदे से उतारा
इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर आनन-फानन में स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारा. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और फिर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है और पता लगा रही है कि छात्र ने आत्महत्या क्यों की?
डरावने सपनों से था परेशान- परिवार
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उसने एक नोट छोड़ा है. इसमें लिखा है कि कुछ लोग उसके सपनों में आकर उसे कहते थे कि या तो वह अपने परिवार को मार डाले या खुद को खत्म कर ले. परिवार के अनुसार, आरव पिछले कई महीनों से बार-बार आने वाले डरावने सपनों से परेशान था. पुलिस के मुताबिक, आरव के माता-पिता छठ पूजा के लिए भागलपुर गए थे और उसकी बहन घर से बाहर थी, उसी दौरान आरव ने फांसी लगा ली. जब बहन घर लौटी, तो उसने आरव का शव देखा.
मुझे अपने सपने में तीन-चार लोग दिखाई देते हैं- नोट
पुलिस के अनुसार, लड़के ने अपने मोबाइल फोन में एक नोट छोड़ा था, जिसमें लिखा था, "मुझे अपने सपने में तीन-चार लोग दिखाई देते हैं. वे मुझसे कहते हैं कि अपने परिवार को मार डालो, और अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मुझे खुद को मार लेना चाहिए.”
मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया- पुलिस
कोहना थाना प्रभारी विनय तिवारी ने बताया कि आरव का मोबाइल फोन जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है और परिवार से घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली जा रही है. परिवार ने पुलिस को बताया कि आरव पिछले कई महीनों से डरावने सपनों की शिकायत कर रहा था. दिवाली के दिन उसने अपनी बहन से बताया था कि वह अपने सपनों में अजनबी चेहरे देखता है, जो उसे अपने परिवार या खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए कहते हैं.
10वीं में आरव को मिले थे 93 फीसदी अंक
आरव के शिक्षकों ने बताया कि वह एक तेज तर्रार छात्र था. 10वीं में उसने 93 फीसदी अंक हासिल किए थे और वह राज्य स्तर का तैराक भी था. पुलिस के मुताबिक, आरव में किसी भी तरह की परेशानी के लक्षण नहीं दिख रहे थे.