UP News: कन्नौज (Kannauj) लोकसभा सीट से बीजेपी (BJP) सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) पर मारपीट का मुकदमा लिखवाने वाले मंडी (Mandi Thana) चौकी प्रभारी का ट्रांसफर कर दिया गया है. चौकी प्रभारी हाकिम सिंह सहित कई चौकी प्रभारी और आरक्षियों का ट्रांसफर कन्नौज पुलिस अधीक्षक (Kannauj SP) कुंवर अनुपम सिंह कर दिया है. पुलिस अधिकारियों की मानें तो ये रूटीन ट्रांसफर है.
सांसद सुब्रत पाठक और बीजेपी के छह से ज्यादा कार्यकर्ताओं के खिलाफसदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी उठाया था. उन्होंने गिरफ्तारी की मांग की थी. सुब्रत पाठक पर मंडी चौकी प्रभारी ने मारपीट का आरोप लगाया गया था. कन्नौज कोतवाली में बीजेपी सांसद के खिलाफ धारा 147,148, 332, 353, 504, 506, 427, 225, अपराध कानून संशोधन अधिनियम 1932 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था.
अखिलेश यादव की मांगवहीं इस मुकदमे के दर्ज होते ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा था-""आज की ताजा खबर. पुलिसवालों ने की कन्नौज के बीजेपी सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोजर के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए." लेकिन अब केस दर्ज करने वाले चौकी प्रभारी के ट्रांसफर के बाद फिर से सियासी माहौल गर्म होने की संभावना है.
ट्रांसफर का ये आदेश 13 जून को जारी किया गया है. इसमें लिखा हुआ है, "जनहित में तत्काल प्रभाव से उनके नाम सम्मुख अंकित स्थान पर नियुक्त/स्थानांतरित किया जाता है." इसकी दो सूची जारी की गई है, दोनों ही सूचियों में 19 लोगों के नाम है.
हालांकि अखिलेश यादव के आरोपों पर बीजेपी सांसद ने जवाब देते हुए कहा था, "कन्नौज लोकसभा पर मिली पिछली हार की व्यथा को, अभी तक लेकर घूम रहे एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब मेरे जैसे बीजेपी के सामान्य व कर्मठ जनसेवक से व्यथित हैं. जब ये उत्तर प्रदेश के सीएम थे तो झूठे मुकदमों में फंसा कर मेरे परिवार जनों का उत्पीड़न कराया था. जनाधार जाने के बाद भी ये अपनी माफियाराज वाली मानसिकता से ग्रसित है और आज भी इनकी मंशा वही है, लेकिन ये पूज्य योगी की सरकार है. इसमें न्याय होगा. CCTV की निष्पक्ष जांच हो."