उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से यूपी एसटीएफ ने झार्ख्दं स्टाफ सेलेक्शन कमीशन 2024 का पेपर लीक करने वाले मुख्य आरोपी विनय सहा उर्फ़ हरिहर सिंह उर्फ़ मुन्ना को गिरफ्तार किया है. यह काफी लम्बे समय से फरार चल रहा था और झारखंड CID ने इसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस से सम्पर्क किया था. जिसके बाद एसटीएफ ने इसे गुरूवार को दबोच लिया.

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एसटीएफ ने आरोपी के पास एक इंडिया और एक नेपाली सिम बरामद किया है. यह रक्सौल के रास्ते अभ्यर्थियों को नेपाल ले जाता था और वहां पेपर रटवाया जाता था.

झारखंड सीआईडी ने मांगी थी मदद

पेपर लीक मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए झारखंड CID ने यूपी STF से सम्पर्क किया था. जिसके बाद DSP डीके शाही के निर्देशन में इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में गोरखपुर फील्ड यूनिट ने इसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू की. टीम को गुरूवार को सूचना मिली कि आरोपी यांत्रिक कारखाना क्षेत्र में छिपा है. टीम ने दबिश देकर उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया. शुरू में उसने गलत पहचाना बताकर गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन झारखंड CID के सामने टूट गया और क़ुबूल कर लिया.

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विनय साह ने कुबूला अपराध

CID और यूपी STF की पूछताछ में विनय साह ने बया कि उसने ही 22 सितम्बर 2024 को उसने ही झारखंड स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक किया था. उसके साथ मनोज कुमार, शशिभूषण दीक्षित और संदीप त्रिपाठी भी शामिल थे. वे सब रांची के जेड स्क्वायर होटल और हिनू में रुके थे,वहीं पूरी प्लानिंग को अंजाम दिया गया था. सभी अभ्यर्थियों को पहले मोतिहारी-रक्सौल लाया गया, वहां से उन्हें नेपाल ले गए और फिर वहां पेपर रटवाया. इसके काम के लीगे उसे मनोज से एक लाख रुपए मिले थे.

विनय साह पर झारखंड में BNS की 316(2), 318(2), 318(4), 61(2), झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (अनुचित साधन रोकथाम) अधिनियम 2023 की धारा 12(2), 12(3) में मुकदमा दर्ज है. झारखंड CID ट्रांजिट रेमंड पर आरोपी को अपने साथ ले गयी.