उत्तर प्रदेश के हरदोई में गुरूवार से आयोजित स्वदेशी मेले में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी एक बीमारू राज्य था, जहां उद्योगपति नहीं आना चाहते थे, जबकि आज माफिया भाग रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त कानून व्यवस्था ने प्रदेश को विकसित बनाने की दिशा में ले जाकर प्रति व्यक्ति आय और GSDP को दोगुना कर दिया है. यही नहीं राठौर ने अखिलेश यादव और आजम खान की हालिया मुलाकात पर तंज कसा और इसे 'घड़ियाली आंसू' करार दिया.
यह मेला आत्मनिर्भर भारत और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है, जोकि प्रदेश के 75 जिलों में चल रहा है.
2017 से पहले बीमारू राज्य था
मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि 2017 से पहले यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी में था. यहां उद्योगपति आना नहीं चाहते थे. अपहरण उद्योग, नकल माफिया, जमीन कब्जा और ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग फल-फूल रहे थे. आगे बोले कि आज यूपी में माफिया डरते हैं, और असली उद्योग फल-फूल रहे हैं, जिससे युवाओं को नई रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.
मंत्री ने योगी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश की इनकम 2017 से 2025 तक दोगुनी हो चुकी है. GSDP 12.89 लाख करोड़ से बढ़कर 27.51 लाख करोड़ रुपये हो गया है, और प्रति व्यक्ति आय भी दोगुनी हो चुकी है.
अखिलेश-अजम मुलाकात पर तंज
जेपीएस राठौर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता आजम खान की 8 अक्टूबर को रामपुर में हुई मुलाकात पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अखिलेश 23 महीने तक आजम से पूछने नहीं गए. अब जब वो जेल से बाहर आए हैं, तो मिलने पहुंचे और घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. मैं जानता हूं कि अखिलेश और आजम की गांठ अब नहीं जुड़ सकती.
मंत्री ने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि आजम खान ने जनता के चुने हुए सांसद से मिलने से मना कर दिया था, जिसे अखिलेश ने अपनी गाड़ी से उतार दिया. तब आजम ने कहा था कि कोई तुर्क हमारे घर नहीं आ सकता. सपा की राजनीति तुष्टीकरण पर टिकी रही, जबकि भाजपा अपराध, भेदभाव और भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई कर रही है.
यही नहीं जेपीएस राठौर ने सपा पर दलित विरोधी होने का भी आरोप लगाया. अखिलेश यादव ने बसपा सरकार में बने कांशीराम मेडिकल कॉलेज सहित कई संस्थानों के नाम बदल दिए थे. अब वही दलितों के लिए सहानुभूति दिखा रहे हैं.