Uttarakhand Joshimath Land Slide: उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव की वजह से लोगों में दहशत का माहौल है. जमीन धंसने की वजह से कई जगहों पर पानी भी निकलने लगा है. इसे लेकर तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं. इस बीच जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए बीआरओ के अंतर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य और एनटीपीसी के निर्माण कार्यो पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. इसके साथ ही प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के लिए फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के निर्देश दिए गए हैं. 


जोशीमठ में भू-धंसाव की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य और एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्यों पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. इसके अलावा प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन ने एनटीपीसी और एचसीसी कंपनियों को पत्र लिखकर पहले से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के आदेश भी जारी कर दिए हैं. 


भू धंसाव से दहशत में जोशीमठ के लोग


जोशीमठ में पिछले 14 महीनों से लागातर भू धंसाव की वजह से घरों में दरारों की खबरें आ रही है, लेकिन पिछले एक महीने से ये घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, पिछले दिनों इन दरारों से पानी भी निकलने लगा है, जिसके बाद यहां के लोग बहुत डरे हुए हैं. बुधवार रात को प्रभावित लोगों ने इसके विरोध में एक मशाल जुलूस भी निकाला और उन्हें किसी और जगह शिफ्ट करने की मांग की. हालात को देखते हुए सीएम धामी ने भी जोशीमठ को बचाने के लिए जरुरी कदम उठाने के निर्देश दिए, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया.


561 मकानों में आईं दरारें 


जोशीमठ के विभिन्न इलाकों में अब तक 561 मकानों में दरारें आ चुकी हैं, जिनमें रविग्राम में 153, गांधीनगर में 127, मनोहरबाग में 71, सिंहधार में 52, परसारी में 50,  अपर बाजार में 29, सुनील में 27, मारवाड़ी में 28 और लोअर बाजार में 24 मकान शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक अब तक करीब 30 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा.


सीएम धामी करेंगे जोशीमठ का दौरा


अधिकारियों ने कहा कि जिन स्थानों पर परिवारों को स्थानांतरित किया गया है उनमें नगर पालिका भवन, एक प्राथमिक विद्यालय भवन, मिलन केंद्र और जोशीमठ गुरुद्वारा शामिल हैं. उन्होंने कहा कि कुछ परिवार अपने संबंधियों के घर चले गए हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद जोशीमठ के हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं. जल्द ही वो यहां का दौरा भी करेंगे.


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