UP News: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने टैक्स में बहुत बड़ी गड़बड़ी का खुलासा किया है. इसी के तहत राज्य कर विभाग ने जोन के 5000 व्यापारियों को नोटिस जारी किए हैं. राज्य कर विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से टैक्स में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी थी. 5 हजार से अधिक व्यापारी 6 साल पहले जो टैक्स अदा करते आ रहे है, अब उससे बहुत कम टैक्स दे रहे हैं. इन सभी व्यापारियों को नोटिस जारी कर 6 साल पहले दाखिल किए गए रिटर्न का हिसाब मांगा गया है. इसके साथ ही कारोबारियों को ब्याज और जुर्माने के साथ बकाया कर अदा करने की चेतावनी दी गई है.


वहीं नोटिस देखकर व्यापारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई. हालांकि व्यापारियों को ऑफिस आने की जरूरत नहीं है. ऑनलाइन ही अपना जवाब दाखिल कर सकते हैं. जांच के बाद ही निर्णय लिया जाएगा. अपर आयुक्त राज्य कर धीरेंद्र प्रताप ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जीएसटी डिपार्टमेंट जोशी जोन में एआई मॉड्यूल के बेसेस पर और व्यापारियों के जो डेटा उपलब्ध हैं. उसके आधार पर मैच कराते हुए नोटिस जारी किए गए हैं. जिसमें से झांसी जनपद के लिए फरदर एक्शन के लिए जो नोटिस जारी किए गए हैं उसमें से 2039 नोटिस जारी गए हैं और जालौन के लिए 777 और ललितपुर के लिए 507 नोटिस जारी किए गए हैं.


इस प्रकार से झांसी रेंज के लिए 3323 नोटिस जारी किए गए हैं, बाकी झांसी जोन में बांदा जोन भी आता है. बांदा रेंज के चार जनपदों को मिलाकर के लगभग 2300 नोटिस जारी किए गए हैं. पूरे झांसी जोन में 5000 से ज्यादा नोटिस जारी किए गए हैं. इनका जवाब आ जाएगा तो जवाब के अनुसार उनका जो स्पष्टीकरण होगा, उसके आधार पर संबंधित कर प्रॉपर ऑफिसर निर्णय लेंगे. इसमें हम लोग ये सुनिश्चित करेंगे कि विभाग के स्तर पर या विभाग में किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न न होने पाए और यदि कोई बीच में उत्पीड़न करता है. उसकी सूचना हमको प्राप्त होगी तो उसके विरुद्ध हम लोग कार्रवाई भी करेंगे. ये जो नोटिस जारी किए गए हैं ये सिस्टम पर उपलब्ध डेटा के आधार पर जारी किए गए हैं. जो भी नोटिस जारी किए गए हैं उनका उपयुक्त उत्तर ऑनलाइन ही दाखिल कर सकते हैं और इसमें किसी को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है.


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