Satyapal Malik CBI Raid: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की छापेमारी को लेकर पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सरकार पर भड़क हुए हैं. सत्यपाल मलिक ने कहा कि अभी मैं इतना कमजोर नहीं हूं. आप युवाओं से मिलकर शरीर में वही जोश और हिम्मत आ गई जो किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह के समय मेरे अंदर थी. राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी साथियों संग अस्पताल में भर्ती सत्यपाल मलिक से मुलाकात कर हालचाल जानने पहुंचे थे. निर्मल चौधरी ने सीबीआई के दुरुपयोग पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने सत्यपाल मलिक के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. 


सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार को दी चुनौती


छात्रसंघ अध्यक्ष के सोशल मीडिया पोस्ट को शेयर करते हुए सत्यपाल मलिक ने एक्स पर लिखा-"मैं अभी इतना कमजोर नहीं हूं, लेकिन आज आप युवाओं से मिलकर शरीर में वहीं जोश व हिम्मत आ गई जो किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह के समय मेरे अंदर थी. इस तानाशाही मोदी सरकार को जब-तक में सत्ता से बेदखल नहीं कर दूंगा, तब तक मैं आराम से बैठने वाला नहीं हूं. मैं जल्द ही स्वस्थ होकर जनता के बीच जाऊंगा ओर बेरोजगार युवाओं व किसानों के मुद्दे निरंतर उठाऊंगा." 




पैतृक गांव में सीबीआई की छापेमारी मामला


बागपत में सत्यपाल मलिक पैतृक गांव हिसावदा में गुरुवार को गाजियाबाद से सीबीआई की एक टीम पहुंची थी. तीन घंटे की जांच पड़ताल कर और मकान की वीडियोग्राफी के बाद टीम वापस लौट गई. पुलिस क्षेत्राधिकारी हरीश सिंह भदौरिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सीबीआई की टीम ने बागपत पुलिस को पहले से सूचना नहीं दी थी. अधिकारी छापेमारी से संबंधित बाकी जानकारी को शेयर करने से इनकार किया. हिसावदा में रहनेवाले अनु मलिक ने बताया कि सत्यपाल मलिक के परिजन गांव से बाहर रहते हैं. सीबीआई ने उनके कमरों को खुलवाकर गहन जांच की है. उन्होंने बताया कि टीम तीन घंटे तक मौके पर रही. पुश्तैनी हवेली में सत्यपाल मलिक के कमरे खुलवाकर देखे गए. सीबीआई की टीम ने परिवार के कई लोगों से पूछताछ भी की. 


ग्रामीणों के अनुसार सीबीआई टीम सुबह करीब सवा नौ बजे सबसे पहले पुश्तैनी हवेली में पहुंची. हवेली में पूर्व राज्यपाल के रिश्तेदार सेवानिवृत्त बीडीओ बिजेंद्र मलिक, अवध मलिक और स्वेत मलिक के परिवार रहते हैं. सीबीआई की टीम ने सभी से सत्यपाल मलिक की संपत्ति के बारे में पूछताछ की. उन लोगों ने बताया कि सत्यपाल मलिक की कोई संपत्ति नहीं है. पुश्तैनी हवेली में केवल चार कमरे हैं. पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम ने चारों कमरों को खुलवाकर छानबीन की. राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक पिछले कई वर्षों से परिवार संग दिल्ली के आर के पुरम में रहते हैं. 


UP MLC Election 2024: राज्यसभा के बाद विधान परिषद चुनाव के लिए होगी जोड़-तोड़, 13 सीटों पर 21 मार्च को होंगे चुनाव